(www.arya-tv.com) पत्नी के प्रेमी व उसके स्वजन को फंसाने के लिए एक कलयुगी बेटे ने अपनी मां की खुरपी से काटकर हत्या कर दी थी। ताकि पत्नी को वापस अपने पास बुला सके। पुलिस ने घटना का राजफाश करते हुए हत्यारोपित को भी गिरफ्तार कर लिया।
पराैर थाना क्षेत्र के मईखुर्द गांव निवासी स्व. सुंदरलाल की बुजुर्ग पत्नी कुषमा देवी दो अप्रैल को घर में घायल अवस्था में मिली थी। कुषमा देवी के बेटे धर्मवीर ने डायल 112 पर इसका सूचना दी थी। तब से उनका इलाज लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके शरीर पर कई जगह चोट के निशान मिले थे। 13 अप्रैल को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। धर्मवीर की बहन क्षेत्र के ही तलिकापुर गांव निवासी धर्मशिला ने गांव के ही शरीफ व उसके बेटे पप्पू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
कुषमा देवी के बेटे धर्मवीर ने खुद को घटना के दिन नोएडा में होना बताया था। पुलिस ने जब सर्विलांस की मदद से जब जांच पड़ताल तो धर्मवीर की लोकेशन घटना के दिन गांव में ही मिली। उसे हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो धर्मवीर ने अपनी मां की हत्या करना स्वीकार कर लिया। पूछताछ के दौरान बताया कि गांव का ही रहीश उसकी पत्नी को भगा ले गया था। कई बार पंचायत कराने के बाद भी उसने पत्नी को वापस नहीं किया। इस मामले में रहीश के भाई शरीफ व पप्पू भी शामिल थे।
इस बेइज्जती का बदला लेने के उद्देश्य से उसने अपनी मां को घायल कर दिया था। ताकि इन तीनों को फंसाया जा सके। इससे पत्नी भी वापस उसके साथ आ जाएगी। पुलिस ने धर्मवीर को गुरुवार को क्षेत्र के ही अमृतापुर चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। एसपी एस आनंद ने बताया कि घटना के बाद धर्मवीर को कई बार बयान दर्ज कराने के लिए भी बुलाया था लेकिन वह थाने नहीं पहुंचा था। जिस वजह से पुलिस का शक उस पर और गहराता चला गया।