स्मैक कारोबारी नन्हे लंगड़ा को पुलिस ने किया गिरफ्तार, इसी धंधे से बना था करोड़पति

Bareilly Zone

(www.arya-tv.com) एक दशक से स्मैक तस्करी के धंधे में लिप्त मोहल्ला सराय के तस्कर नन्हे लंगड़ा उर्फ रियासत को गिरफ्तार कर फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने 270 ग्राम स्मैक बरामद की है। स्मैक के काले कारोबार से वह बरातघर, मार्केट और दो मकान समेत तमाम संपत्ति बना चुका है। उसकी अन्य संपत्ति की जानकारी के लिए पुलिस फाइनेंशियल इंवेस्टिगेशन कर रही है।

पुलिस ने नन्हे लंगड़ा को बृहस्पतिवार सुबह करीब सवा छह बजे अगरास-शंखा से गिरफ्तार किया। उस समय वह बाहर से आने वाले कुछ तस्करों को अपनी स्कूटी से स्मैक की सप्लाई करने जा रहा था। थाने लाकर पुलिस ने उससे पूछताछ की तो सामने आया कि वह पिछले करीब 14 साल से स्मैक तस्करी के धंधे में लिप्त है। स्मैक के कारोबार से उसने अब तक करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई है। इसमें कस्बे के अंदर करोड़ों रुपये की कीमत के दो आलीशान मकान, हाईवे पर एक बरातघर और कस्बे में ही छह दुकानें हैं। इसके अलावा उसने हाईवे पर ही तीन सौ गज के दो प्लॉट और सोरहा गांव में आठ बीघा भूमि भी खरीदी है। इसके बाद पुलिस ने उसे बरातघर ले जाकर भी वहां की तलाशी ली।

जल्दी ही खरीदने वाला था डेढ़ करोड़ की जमीन
पूछताछ में नन्हे लंगड़ा ने बताया कि उसने हाल ही में शाही रोड पर मजार के पास करीब डेढ़ करोड़ रुपये की एक जमीन का सौदा किया है। यह सौदा कुरतरा और फतेहगंज पश्चिमी के दलालों ने कराया है। इसके अलावा उसकी अन्य संपत्ति की भी तलाश कराई जा रही है।

स्मैक तस्करी में पांच बार जा चुका है जेल
इंस्पेक्टर सुरेन्द्र सिंह पचौरी ने बताया कि नन्हे लंगड़ा वर्ष 2007 से अब तक पांच बार स्मैक के केस में जेल जा चुका है। सबसे पहले उसकी गिरफ्तारी वर्ष 2007 फिर 2011, 2013 और 2014 में हुई। वर्ष 2009 में वह बलवा और जानलेवा हमले के मामले में भी जेल जा चुका है।

सिफारिश को गए नेता को हवालात में डाला, उठक-बैठक लगवाकर छोड़ा
बताया जाता है कि गिरफ्तारी के बाद तस्कर नन्हे ने मोटी रकम का लालच देकर पुलिस पर मामला रफा दफा करने का काफी दबाव बनाया। इसके बाद शाही क्षेत्र का एक नेता भी उसकी सिफारिश में थाना फतेहगंज पश्चिमी पहुंचा लेकिन पुलिस ने उसे हवालात में बंद कर दिया। उस नेता को चार घंटे तक हवालात में तस्कर के साथ बंद रखा। इसके बाद नेता ने पुलिस से माफी मांगी और उठक-बैठक लगाई तो चार घंटे बाद उसे छोड़ दिया गया। बताया जाता है कि यह नेता एक सप्ताह पहले एक अन्य तस्कर की सिफारिश करने भी थाने पहुंचा था।