(www.arya-tv.com) शिवसेना उद्धव गुट के फायर ब्रांड नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत के इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। खबर है कि वह मुंबई की उत्तर पूर्व लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। चार बार राज्यसभा का चुनाव लड़ने वाले संजय राउत के लिए यह लोकसभा लड़ने का पहला मौका होगा।
शिवसेना उद्धव गुट में संजय राउत के लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर काफी चर्चा है। यह सीट शिंदे गुट के पास नहीं, बल्कि बीजेपी के पास है। इस सीट पर फिलहाल बीजेपी के मनोज कोटक सांसद हैं, जो बीएमसी के नगरसेवक से संसद तक पहुंचे हैं। वह बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के करीबी माने जाते हैं।
इसलिए राउत के नाम की चर्चा
लोकसभा चुनाव में मुंबई की उत्तर पूर्व सीट से संजय राउत के चुनाव लड़ने की चर्चा इसलिए भी जोर पकड़ रही है, क्योंकि विपक्ष के गठबंधन ‘इंडिया’ के भीतर देशभर में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष का एक ही संयुक्त उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने को लेकर बातचीत जारी है। अगर इंडिया के भीतर इस मुद्दे पर सहमति बनती है, तो यह फैसला गठबंधन के सभी दलों पर लागू होगा।
दूसरी वजह यह है कि शिवसेना उद्धव गुट के 18 में से 13 सांसद शिंदे गुट के साथ चले गए हैं।ऐसे में, पार्टी को लोकसभा चुनाव के लिए नए और दमदार उम्मीदवारों की तलाश है। हालांकि, पार्टी के कुछ नेताओं और खुद संजय राउत को यह भी लग रहा है कि अगर वह लोकसभा चुनाव लड़ते हैं, तो वह एक ही चुनाव क्षेत्र में अटक कर रह जाएंगे। जबकि इस बार के चुनाव में संजय राउत पर पार्टी का व्यूहरचना और चुनाव प्रचार की बड़ी जिम्मेदारी होगी।
क्या बोले संजय राउत
जब मीडिया ने इस बारे में संजय राउत से सवाल पूछा, तो संजय राउत ने सीधा जवाब देने के बजाय कहा, जब मैं पार्टी के लिए जेल जा सकता हूं, तो फिर चुनाव क्या चीज है? पार्टी के आदेश पर हम कुछ भी कर सकते हैं। हमने बालासाहेब ठाकरे के साथ काम किया है।
राउत ने दावा किया कि उत्तर पूर्व मुंबई शुरू से ही शिवसेना का गढ़ है। यहां शिवसेना की मदद से ही बीजेपी का उम्मीदवार चुनाव जीतता आया है। इसलिए मैं क्या, उत्तर पूर्व मुंबई से कोई भी शिवसैनिक चुनाव लड़ेगा, तो सवा दो लाख वोटों से जीतेगा।