- हिंदू धर्म शास्त्र हमें कर्तव्य की सुंदरता, कर्म के महत्व और मोक्ष के परम लक्ष्य की शिक्षा देते हैं – डॉ. राजेश्वर सिंह
- 4000 से अधिक वषों से मानवता को राह दिखा रहा ‘सनातन’ मात्र एक धर्म नहीं बल्कि जीने का तरीका – डॉ. राजेश्वर सिंह
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने ट्वीट कर बताया सनातन धर्म का महत्व, लिखा आधुनिक जीवन शैली के लिए सर्वाधिक युगानुकूल
लखनऊ। सनातन एवं हिंदुत्व इस समय भारतीय राजनीति का केंद्र बिंदु बन गया है, कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा संसद में हिंदुत्व पर दिए गए बयान ने इस बहस को और नई हवा दे दी है। हिंदुत्व को लेकर मुखर रहे सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने एक बार फिर अपने आधिकारिक एक्स (ट्विटर) पर सनातन की दिव्यता, भव्यता को प्रदर्शित करते आंकड़े रखे और सनातन धर्म की शिक्षाओं को वर्तमान परिपेक्ष्य में सर्वाधिक युगानुकूल बताते हुए अपनाने का आह्वान किया।
विधायक ने लिखा है ,”सनातन धर्म: श्रद्धा और ज्ञान की शाश्वत यात्रा है।” सनातन धर्म, जिसकी जड़ें 4,000 साल से अधिक समय से फैली हुई हैं, मात्र एक धर्म नहीं है बल्कि एक जीवन का तरीका है। इसके पवित्र ग्रंथ जैसे कि वेद जिनमें 20,379 छंद हैं, 200 से अधिक उपनिषद, और महाकाव्य जैसे कि महाभारत जिसमें 100,000 से अधिक छंद और रामायण में 24,000 से अधिक छंद है, बेमिसाल ज्ञान प्रदान करते हैं।
डॉ. सिंह ने आगे लिखा हिंदू धर्म के शास्त्र हमें धर्म (कर्तव्य) की सुंदरता, कर्म (क्रिया) के महत्व, और मोक्ष (मुक्ति) के परम लक्ष्य की शिक्षा देते हैं। सनातन धर्म का 120 करोड़ लोगों द्वारा अनुसरण किया जाता है, आत्मीय मार्गों—भक्ति, ज्ञान, कर्म (निःस्वार्थ क्रिया), और ध्यान —की विविधता को संयोजित करता है।
सरोजनीनगर विधायक ने आगे जोड़ा कि हमारे त्योहारों जैसे कि दीपावली और होली जीवन को आनंद, प्रेम, और एकता के रंगों में सराबोर करते हैं। अहिंसा का सिद्धांत हमें सभी जीवन का सम्मान करने, दया और दयालुता से जीने का मार्ग दिखाता है।
भागदौड़ भरी आधुनिक जीवन शैली में योग और ध्यान हमारे प्राचीन परंपराओं की अमूल्य भेंट हैं, जो लाखों लोगों के जीवन में शांति और सुख प्रदान करते हैं। सनातन धर्म हमें सभी प्राणियों में परमात्मा को देखने का दृष्टिकोण रखने को, प्रेम और समानता के एक वैश्विक समुदाय को विकसित करने की शिक्षा देता है।
विधायक ने अंत में आह्वान करते हुए लिखा कि आइए गहन आस्था और भक्ति के साथ विश्व में अग्रणी सनातन धर्म के शाश्वत ज्ञान का प्रसार करें। सनातन धर्म के शाश्वत ज्ञान और श्रद्धा को अपनाते हुए इसे समानता और शांति की ओर अपने जीवन को अग्रसरित करें।