अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया में छपने के लिए टुकड़े गैंग ने रची थी साजिश, इनको मिले फांसी

## Lucknow UP

दिल्ली के चांदबाग इलाके में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान भड़की हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली दंगों के मास्टरमाइंड ताहिर हुसैन और उसके भाई शाह आलम समेत 15 लोगों के खिलाफ कड़कड़डूमा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है।

बड़ी साजिश नाकाम हुई
इस मसले पर विश्व हिंदू परिषद की फायरब्रांड नेता साध्वी प्राची ने प्रतिक्रिया दी है। साध्वी ने कहा कि जब तक टुकड़े टुकड़े गैंग पर सख्त एक्शन नहीं होगा। ऐसी घटनाएं और षड़यंत्र होते रहेंगे। ये गैंग भारत में अंतर कलह पैदा कर रहा है। ये लोग भारत के खिलाफ साजिश करते हैं। साध्वी ने कहा कि इस षड़यंत्र की तैयारी बहुत पहले से चल रही थी। अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया में छपने के लिए टुकड़े टुकड़े गैंग ने इतनी बड़ी साजिश रची थी। उस समय ट्रंप भारत आए थे और उसी वक्त हिंसा करना सीधे तौर पर सीएए का मामला वैश्विक मीडिया तक पहुंचाना था। यह बड़ी साजिश थी जो कि नाकाम हो गई।

ये संयोग नहीं प्रयोग था
साध्वी ने कहा कि हिंसा फैलाने में 130 करोड़ की फंडिंग हुई थी। घर में गरम तेल, खौलता हुआ पानी रखने के लिए कहा गया था। हर कोने में ईंट, कार और बाइक से पेट्रोल निकालकर रखने के लिए कहा गया था ताकि ज्यादा से ज्यादा क्षति पहुंचाई जा सके। साध्वी ने कहा कि चार्जशीट ने बता दिया कि ये संयोग नहीं प्रयोग था। जो टुकड़े टुकड़े गैंग के दिमाग की उपज था। ह्वाट्सएप पर दंगों की रिहर्सल चल रही थी।

आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी से पार्षद ताहिर हुसैन के घर से पेट्रोल बम मिले थे। क्राइम ब्रांच की टीम ने 1030 पन्नों की चार्जशीट कड़कड़डूमा कोर्ट में दाखिल की है। इस मामले में 70 गवाह हैं। चार्जशीट के मुताबिक ताहिर हुसैन ही पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा का मास्टरमाइंड है, उसी ने दंगे शुरू करवाए थे। पूर्वी दिल्ली में हिंसा भड़काने के लिए ताहिर हुसैन ने फंडिग की थी। हिंसा फैलाने में 1 करोड़ 30 लाख से ज्यादा रुपये खर्च किए गए। चार्जशीट में दंगा फैलाने के लिए ताहिर के भाई शाह आलम को भी आरोपी बनाया गया है।

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दंगे से पहले ताहिर ने की थी मीटिंग
हिंसा के वक्त पूर्व आप पार्षद ताहिर हुसैन अपने चांद बाग वाले घर पर मौजूद था। दंगो से पहले ताहिर हुसैन ने CAA और NRC के प्रदर्शनकारियों के साथ मीटिंग की थी। उसके बाद ये प्लान किया गया कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप दिल्ली आएंगे तो उसी वक्त दिल्ली में हंगामा किया जाएगां जिसका मैसेज पूरी दुनिया में जाएगा। ताहिर हुसैन ने उमर खालिद के साथ भी जामिया में मीटिंग की थी, हालांकि इस मामले में उमर खालिद को आरोपी नहीं बनाया गया।