(www.arya-tv.com) शहर में रैपिड रेल कारिडोर के लिए सुरंग की खोदाई अगले महीने के अंत तक शुरू हो जाएगी। सुरंग की खोदाई के समय ऐसा कुछ नहीं होगा, जिससे लोग चिंतित हों। 20 मीटर नीचे सुरंग की खोदाई चलती रहेगी और ऊपर रह रहे लोगों को इसका आभास भी नहीं होगा। ट्रैफिक भी यथावत चलता रहेगा। मतलब, सुरंग की वजह से न तो डायवर्जन किया जाएगा, न वाहनों के आवागमन पर कोई प्रतिबंध रहेगा।
हालांकि कुछ मकान ऐसे चिह्नित किए गए हैं, जो बेहद कमजोर होने के कारण संभवत: मशीन का कंपन न सह सकें। इनके लिए अलग से इंतजाम किया जा रहा है। चार-पांच दिन तक इस तरह के जिन मकानों के नीचे से मशीन गुजरेगी, उन्हें होटल या अन्य सुरक्षित स्थान पर ठहराया जाएगा। चार-पांच दिन बाद मकान के इंजीनियरिंग परीक्षण के बाद पुन: वे अपने मकान में रह सकेंगे। हालांकि यह सिर्फ अतिरिक्त सतर्कता है। वास्तविक रूप में किसी कमजोर मकान पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
सुरंग के बारे में
– 6.50 मीटर रहेगा सुरंग का व्यास
– दो सुरंग मेरठ शहर में और दो सुरंग आनंद विहार में बनाई जाएंगी।
– मेरठ में एक सुरंग की लंबाई करीब 3.50 किमी रहेगी।
– मेरठ में सुरंग का अधिकांश हिस्सा सड़क के बजाय भवनों के नीचे से गुजर
रहा है।