राज कुंद्रा का लक सुपर से भी ऊपर, कई विवादों में फंसे लेकिन कभी स्टे तो कभी पुलिस की क्लीन चिट से बच निकले

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(www.arya-tv.com)एक ही कानूनी केस में किसी आम आदमी की जिंदगी तहस-नहस हो जाती है। उसे आर्थिक और मानसिक तौर पर भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है। लेकिन, शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा की बात कुछ और ही है। अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के आरोप से लेकर क्रिकेट बेटिंग तक कई मामलों में फंसने के बाद भी राज को कभी कोर्ट के स्टे से राहत मिल जाती है, तो कभी खुद पुलिस क्लीन चिट दे देती है।

राज का नाम इतने सारे मामलों में सामने आया फिर भी वह हर बार बच कर निकल गए। शिल्पा शेट्टी के शब्दों में कहा जाए तो राज का नसीब ‘सुपर से भी ऊपर’ रहा है। 4000 करोड़ की अनुमानित संपत्ति के बावजुद राज ने पोर्न फिल्म का बिजनेस शुरू किया। शायद, उनको अपने यह सुपर नसीब पर भरोसा होगा।

इकबाल मिर्ची केस में राज का बचाव

क्या मुद्दा था- गैंगस्टर इकबाल मिर्ची की अवैध प्रॉपर्टी के मामलों को ईडी जांच कर रही थी। इसी दौरान मिर्ची की तरफ से सौदे करने वाले रंजीत सिंह बिंद्रा के बारे में पता चला। बिंद्रा अरेस्ट हो गए। पता चला कि राज और बिंद्रा के बीच भी कुछ लेन-देन हुआ है। राज ने अपनी प्रॉपर्टी बिंद्रा के रिश्तेदार धीरज वाधवान को बेची थी। राज और बिंद्रा बेस्टिन रेस्तरां में पार्टनर भी बने थे। इस मामले में अक्टूबर-नवंबर 2019 में ईडी ने राज कुंद्रा से 10 घंटे तक पूछताछ की थी।

बचाव में राज ने क्या कहा- राज कुंद्रा ने एक स्टेटमेंट जारी करके यह बताया था कि उन्होंने प्रॉपर्टी आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स के धीरज वाधवान को बेची थी और वह सीए की ओर से वैरीफाई की गई डील थी। राज ने माना था कि उन्होंने बिंद्रा के साथ बेस्टिन रेस्तरां में 50% की साझेदारी थी। लेकिन, राज का तर्क यह था कि बिंद्रा के और किसी से क्या संपर्क हैं, यह उन्हें नहीं पता। बिंद्रा की कंपनी द्वारा राज और शिल्पा की कंपनी एसेंशियल हॉस्पिटैलिटी को दिए गए लोन के बारे में राज ने बचाव किया था कि उन्होंने शून्य ऋण के साथ कंपनी बेच दी है। इसके बाद नए मालिकों ने कोई कर्ज लिया है या नहीं, ये उन्हें नहीं पता।

बांद्रा का ‘बेस्टिन’ रेस्तरां बॉलीवुड सेलिब्रिटिज़ में पॉपुलर है। बीते साल ही शिल्पा ने मुंबई के वरली में इस रेस्तरां की दूसरी ब्रांच शुरू की है।

2000 करोड़ के बिटकॉइन केस में क्लिन चिट

क्या था केस- 2018 में 2000 करोड़ के बिटकॉइन केस का मामला सामने आया था। अमित भारद्वाज और विवेक भारद्वाज, दोनों भाइयों ने देश में 8000 लोगों से पैसा लेकर उन्हें बिटकॉइन दिलाने का वादा किया था। इन दोनों के खिलाफ पुणे के दत्तवाड़ी और निगड़ी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज हुआ था। अमित भारद्वाज से पूछताछ के दौरान राज कुंद्रा का नाम सामने आया था। ईडी ने इस मामले में राज से पूछताछ की थी। अमित भारद्वाज ने राज के अलावा एक्ट्रेस सनी लियोनी, प्राची देसाई, आरती छाबरिया, जरीन खान, नेहा धूपिया और हुमा कुरैशी के भी नाम बताए थे।

मामले में क्या हुआ- पुणे पुलिस को यह केस में राज के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला था। इसके चलते राज को क्लीन चीट मिल गई।

आईपीएल बेटिंग में सिर्फ क्रिकेट एक्टिविटी बैन

क्या मामला था- राज और शिल्पा ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स टीम में निवेश किया था। 2013 में आरोप लगा था कि राज ने टीम के को-ओनर उमेश गोयनका के जरिए सट्टेबाजी में हिस्सा लिया था। राज ने दिल्ली पुलिस की पूछताछ में बेटिंग की बात मानी थी। हालांकि, उन्होंने कहा था कि वह फिक्सिंग में शामिल नहीं हैं।

मामले में क्या हुआ- राजस्थान रॉयल्स टीम को दो साल के लिए आईपीएल से बाहर कर दिया गया। राज पर क्रिकेट संबंधित किसी एक्टिविटी में शामिल होने पर बैन लगा दिया गया। 2018 में राज ने इस केस के बारे में दिल्ली पुलिस में आरटीआई दायर की थी। इस आरटीआई के जवाब में बताया गया कि राज के खिलाफ कोई सबूत नहीं है और उन्हें क्लीन चीट मिल चुकी है। इसके बाद राज ने सुप्रीम कोर्ट में एक पिटीशन दर्ज की जिसमें अपने ऊपर लगे क्रिकेट बैन को हटाने की मांग की है।

धोखाखड़ी मामले में स्टे मिल गया

क्या था केस- 2017 में ठाणे के कोनगाव पुलिस स्टेशन में राज कुंद्रा पर 24 लाख का चीटिंग का केस दर्ज हुआ था। राज और शिल्पा बेस्ट डील टीवी नाम की टेली शॉपिंग कंपनी चला रहे थे। इस कंपनी के लिए बेडशीट की खरीदारी की गई थी। भिवंडी के एक टेक्सटाइल फर्म के रवि भालोटिया ने आरोप लगाया था कि इस कंपनी ने उनसे बेडशीट के बदले में 24 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया है।

मामले में क्या हुआ- कोनगांव पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर राजेंद्र पवार ने बताया कि इस मामले में राज कुंद्रा ने हाईकोर्ट से स्टे लिया है। हमने अभी तक की जांच में रवि मोहन भालोटिया का बयान दर्ज किया है। राज को भी समन भेजा गया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए। अब हाईकोर्ट का स्टे है, इसलिए भविष्य में कोर्ट से जो भी आदेश मिलेगा, उसके अनुसार कार्रवाई होगी।

गोल्ड स्कीम के मामले में क्लीन चिट

क्या मामला था- राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी ने सतयुग गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड नाम की गोल्ड ट्रेडिंग कंपनी शुरू की थी। सचिन जोशी ने आरोप लगाया था कि उन्होंने मार्च 2014 में इस कंपनी की गोल्ड कार्ड स्कीम में निवेश किया था। 18 लाख के निवेश के बदले उन्हें पांच साल बाद 2019 में एक किलोग्राम सोना देने का वादा किया गया था। सचिन जोशी के दावे के मुताबिक, उन्होंने बार-बार प्रयास किए पर सोना उन्हें नहीं मिला। दूसरी ओर कंपनी ने समय पर सोना कलेक्ट ना होने से हर दिन के पांच हजार रुपये के स्टोरेज चार्ज के नाम पर सचिन पर लाखों की पेनल्टी लगा दी थी।

मामले में क्या हुआ- खार पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर गजानन काब्दुल्ले ने बताया कि राज कुंद्रा के खिलाफ कोई एफआईआर नहीं हुई थी। सचिन जोशी ने सिर्फ एक कंप्लेंट दी थी। इस मामले की जांच की गई और उसमें राज के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले। इसलिए उनको क्लीन चीट दे दी गई है। इस केस में शिल्पा शेट्टी की ओर से एक बयान आया था कि कंपनी ने एक किलोग्राम गोल्ड कोर्ट की कस्टडी में सौंप दिया है। अब उस पर आर्बिट्रेटर फैसला करेंगे।

बेची हुई कार का हिट एंड रन

मामला क्या था- इसी साल फरवरी में बेंगलुरु में एक हिट एंड रन केस हुआ। एक ऑडी कार ने कई वाहनों को कुचल दिया था। इसमें किसी की मौत नहीं हुई पर ड्राइवर को चोटें आईं और वाहनों को भी काफी नुकसान हुआ। पुलिस ने आरटीओ से जांच की तो पता चला कि यह कार राज कुंद्रा के नाम थी।

बचाव में राज ने क्या कहा- राज ने बताया कि यह कार वह दो महीने पहले ही बेच चुके हैं। उसके कागजात ट्रांसफर नहीं हुए हैं। बाद में पुलिस को कार डीलर मोहम्मद शादाब का पता चला जो एक्सीडेंट के वक्त कार चला रहा था।