ICU में जाने से पहले बोले थे- आई विल डाई:राज कपूर को एक महीने पहले ही हो गया था मौत का एहसास

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(www.arya-tv.com)दिन- सोमवार

तारीख- 2 मई, 1988

जगह – सिरी फोर्ट, सभागार, दिल्ली

यहां चल रहा था 19वां दादा साहेब फाल्के सम्मान समारोह। सामने मंच पर भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति आर. वेंकटरमण थे। सम्मान दिया जाना था हिंदी सिनेमा के शो-मैन राज कपूर को, जो उन दिनों खासे बीमार चल रहे थे। अस्थमा के मरीज थे और उन्हें बार-बार अस्थमा अटैक आ रहे थे।

फिर भी राज कपूर सम्मान समारोह में पहुंचे। बीमार और लगभग ना चल-फिर पाने की हालत में। प्रोटोकाल था सो सिक्योरिटी ने उनका ऑक्सीजन सिलेंडर भी बाहर ही रखवा दिया। समारोह में सम्मान के लिए राज कपूर का नाम पुकारा गया। नियम था कि उन्हें अपनी कुर्सी से उठकर राष्ट्रपति के सामने जाना था, लेकिन वो उठ नहीं सके।

खुद राष्ट्रपति ने अपना प्रोटोकाल तोड़ा और वे सम्मान लेकर राज कपूर की कुर्सी तक पहुंचे। उन्हें अवॉर्ड दिया। इसी दौरान अस्थमा का एक और अटैक आया। उसी ऑडिटोरियम से राष्ट्रपति की एम्बुलेंस में ही उन्हें AIIMS ले जाया गया।

वहां पर उनसे मिलने एक्टर कमल हासन भी पहुंचे, दोनों ने थोड़ी बात भी की। कुछ देर बाद उनकी हालत फिर से बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने उन्हें ICU में शिफ्ट करने का फैसला किया। उस वक्त उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सरदाना भी मौजूद थे, जिन्हें डॉक्टरों ने जाने के लिए कहा, लेकिन राज कपूर ने रोक लिया।

आईसीयू में जाने से पहले राज कपूर ने सरदाना से कहा, अब मैं ठीक नहीं हो पाऊंगा। आई विल डाई…

ये वो आखिरी शब्द थे, जो राज कपूर ने कहे थे। शायद उन्हें अपनी मौत का आभास हो गया था। थोड़ी देर बाद ही वो कोमा में चले गए और ठीक एक महीने बाद 2 जून 1988 को उनका निधन हो गया। उनका निधन फैंस के लिए किसी सदमे से कम नहीं था।

पृथ्वीराज कपूर के बेटे होने के बाद भी सामान्य रहा बचपन
राज कपूर का असली नाम था सृष्टि नाथ कपूर। उनका जन्म 14 दिसंबर 1924 को पेशावर की कपूर हवेली में हुआ था। वो दिग्गज एक्टर पृथ्वीराज कपूर और राम सरणी की पहली संतान थे। जन्म के कुछ साल बाद वो भी परिवार के साथ मुंबई आकर बस गए।

राज कपूर पर उनके पिता का गहरा असर रहा। बचपन से ही उन्हें किसी भी तरह का स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं मिला, भले ही वो एक्टर और पृथ्वी थिएटर ग्रुप के मालिक के बेटे थे।

एक बार बहुत तेज बारिश हो रही थी। राज कपूर स्कूल ट्राम से जाते थे, लेकिन बारिश की वजह से उन्होंने मां से कहा कि आज स्कूल कार से चले जाएं। मां ने कहा कि वो पिता से पूछ कर बताती हैं। इस पर पृथ्वीराज कपूर ने बोला कि भले बारिश हो रही है, लेकिन राज को ट्राम से ही जाना होगा। उन्होंने कहा कि बारिश की बूंदों की चोट और भीग कर स्कूल जाने का अपना मजा है और इस अनुभव का उन पर गहरा असर पड़ेगा।