पालघर की तस्वीर दिखी बुलंदशहर में दो साधुओं की गला रेतकर हत्या

Meerut Zone UP

बुलंदशहर।(www.arya-tv.com) आप को बता दे 16 तारीख को होई पालघर घटना जैसी तस्वीर एक और सामने आ रही है। सनसनीखेज घटनाक्रम में अनूपशहर थाना क्षेत्र के गांव पगोना में स्थित शिव मंदिर में सोमवार देर रात दो साधुओं की गला रेतकर हत्या कर दी गई। जिस युवक पर हत्या का आरोप है उसे भी ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पिटाई के बाद पुलिस को सौंप दिया।

वहीं दोहरे हत्‍याकांड के बारे में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार का कहना है कि आरोपित से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि भगवान की इच्छा थी। इसलिए उसने साधुओं को मार दिया। यह भी बताया कि तलवार से गर्दन नहीं काटी। साधु का एक डंडा पड़ा था। उसी डंडे से सिर में वार करके हत्या की है। उनका कहना है कि आरोपित अभी नशे में है और नशा उतरने के बाद ही ठीक से पूछताछ की जाएगी।

अनूपशहर शिकारपुर मार्ग पर स्थित गांव पगौना में शिव मंदिर है। यहां 10 वर्षों से गरीबदास उर्फ जगन दास निवासी भदेसी आश्रम अलीगढ़ तथा उनका शिष्य शेरसिंह उर्फ सेवादास निवासी गांव कनौरा थाना छतारी बुलंदशहर मंदिर में रहकर देखभाल करते थे।

सोमवार को गांव पगोना निवासी मुरारी उर्फ राजू पुत्र देवी सहाय एक संत का चिमटा उठाकर ले गया था। साधुओं ने उसके घर जाकर नाराजगी जताई थी। इसी बात को लेकर मुरारी ने रात में दोनों साधुओं की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। घटना की जानकारी सुबह श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर जाने पर लगी। इसी बीच गांव के ही लोगों ने आरोपित मुरारी को जंगल से भागते हुए पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।

ग्रामीणों के अनुसार मुरारी खुर्जा क्षेत्र में लूट व हत्या के आरोप में जेल में बंद था। कुछ समय पूर्व ही जमानत पर आया था। ग्रामीणों के अनुसार वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित मुरारी ने गांव के बाहर स्थित कई बिटोडो में आग भी लगा दी।

एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि दोनों साधु करीब 12 साल पहले अपने परिवार को छोड़कर अलीगढ़ के एक आश्रम में रहने के लिए आए थे। यहां से 10 साल पहले पगोना गांव में स्थित मंदिर में आ गए और यही पर रह कर पूजा पाठ करने लगे। उनके परिजनों के बारे में पता लगाया जा रहा है।