नवाज या इमरान…पाकिस्तान में किसकी बन रही सरकार, कौन होगा PM, किसे कितनी सीटें मिलीं?

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(www.Arya Tv .Com) पाकिस्तान में आम चुनाव हो गया है और ज्यादातर सीटों के नतीजे सामने आ गए हैं. पाकिस्तान में कुछ सीटों पर नतीजों का ऐलान होना बाकी है, मगर सियासी तस्वीर साफ हो गई है. पाकिस्तान आम चुनाव में इमरान खान का जलवा देखने को मिला है. पाकिस्तान में पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे अधिक सीटें जीती हैं. मगर पार्टी के लिहाज से देखा जाए तो नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. भले ही आवाम ने इमरान खान समर्थित उम्मीदवारों को अपनी पहली पसंद माना है, मगर सरकार बनाने के लिहाज से नवाज शरीफ ही आगे चल रहे हैं.

नवाज ने सरकार बनाने का दावा किया
पाकिस्तान जनरल इलेक्शन में क्योंकि नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, ऐसे में उन्होंने गठबंधन सरकार बनाने का दावा कर दिया है. इसके लिए उन्होंने अन्य दलों के साथ हाथ मिलाने की कवायद भी तेज कर दी है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के लाहौर स्थित केंद्रीय सचिवालय में पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए 74 वर्षीय नवाज शरीफ ने कहा कि उनकी पार्टी खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों की जीत सहित सभी पार्टियों के जनादेश का सम्मान करती है. किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करने के अपने रुख में बदलाव करते हुए नवाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान को मुश्किलों से बाहर निकालने के लिए सभी राजनीतिक दलों को एक साथ बैठने और सरकार बनाने की जरूरत है.

किसे कितनी सीटें मिलीं
चुनाव आयोग ने अब तक 265 में से 224 निर्वाचन क्षेत्रों के परिणाम घोषित कर दिए हैं. इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को 92 सीट मिलीं, जबकि नवाज शरीफ की पीएमएल-एन को 63 और बिलावल भुट्टो की पीपीपी को 50 सीट मिलीं. इसके अलावा, छोटी पार्टियों को 19 सीट मिलीं. पाकिस्तान चुनाव में बगैर बैट सिंबल के ही इमरान खान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 92 सीटें जीतकर सबको चौंका दिया है.

कौन बन सकता है पाकिस्तान का पीएम
तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके 74 वर्षीय नवाज शरीफ एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे हैं. इसकी दो वजहें हैं. एक तो नवाज शरीफ की पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और दूसरी बात यह कि उन्हें पाकिस्तानी सेना का पूरा समर्थन हासिल है. पाकिस्तानी सेना भी नवाज शरीफ को ही पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनाना चाहती है. यही वजह है कि इमरान खान को जेल में बंद कर रखा है. क्योंकि बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी की सीटें नवाज से काफी कम हैं, ऐसे में उनका पीएम बनना संभव नहीं दिख रहा है. इमरान खान की पार्टी पीटीआई को अयोग्य करार दे रखा है और उनके सिंबल को भी छीन लिया गया है. ऐसे में इमरान खान का प्रधानमंत्री बनना संभव नहीं दिख रहा है.

कैसे हो रही सरकार बनाने की कोशिश
नवाज शरीफ ने अपने छोटे भाई और पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ को गठबंधन सरकार के गठन के लिए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के आसिफ अली जरदारी, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) के प्रमुख फजलुर रहमान और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के खालिद मकबूल सिद्दीकी से संपर्क करने का काम सौंपा है. पीपीपी के सह-अध्यक्ष जरदारी लाहौर पहुंच गए हैं और सरकार गठन के संबंध में पीएमएल-एन नेतृत्व से मुलाकात कर सकते हैं. अप्रैल 2022 में इमरान खान के अपदस्थ होने के बाद पीएमएल-एन के नेतृत्व वाला गठबंधन 16 महीने तक सत्ता में रहा.

इमरान जेल में हैं बंद
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (71) जेल में हैं और उनके चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध है. इमरान खान की पार्टी के प्रत्याशियों ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा, क्योंकि देश के उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट का ‘बल्ला’ से वंचित करने के चुनाव आयोग के फैसले को बरकरार रखा था.