- प्रत्येक सप्ताह के लिए निर्धारित विशेष कार्ययोजना पर किया जा रहा मेलों का आयोजन!
- शनिवार को आयोजित आयुष्मान मेला में एक दिन में सर्वाधिक 77,982 टेलीकंसल्टेशन हुए!
- स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आज प्रदेश की सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर आयोजित किया गया स्वच्छता अभियान!
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश के स्तर से 22 जनपदों में टीमें भेजकर किया गया मूल्यांकन एवं अनुश्रवण!
लखनऊ। भारत सरकार के जनसमुदाय में विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता बढाने और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं से संतृप्त करने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए आयुष्मान भवः अभियान के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में प्रत्येक शनिवार को समस्त उपकेन्द्र स्तरीय एवं नगरीय हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों पर और प्रत्येक रविवार को समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय तथा नगरीय स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में आयुष्मान भव अभियान के अंतर्गत आयुष्मान मेला का आयोजन किया जा रहा है। इन मेलों के सफल आयोजन हेतु मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश श्री दुर्गा शंकर मिश्र, आई0ए0एस0 द्वारा पूर्व में सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को पत्र प्रेषित कर आयुष्मान मेलों के उद्देश्य और क्रियान्वयन कार्यक्रम के सम्बन्ध में निर्देशित किया जा चुका है। इस क्रम में द्वितीय रविवार को आयुष्मान मेले का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश ने प्रदेश में इन मेलों के अनुश्रवण एवं मूल्यांकन के लिए 22 जनपदों में 22 राज्य स्तरीय टीमों को रवाना किया, जिसमें विभिन्न विशेषज्ञों, जन-स्वास्थ्य के अनुभव के चिकित्सकों और अधिकारियों को शामिल किया गया है।
आज प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तर प्रदेश शासन पार्थ सारथी सेन शर्मा, आई0ए0एस0 मुरादाबाद जनपद में और मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश डा0 पिंकी जोवल, आई0ए0एस0 स्वयं भी वाराणसी जनपद में और अपर मिशन निदेशक एoएनoएमo डा0 हीरा लाल संतकबीरनगर जनपद में आयुष्मान मेलों के अनुश्रवण के लिए उपस्थित रहे।
आयुष्मान मेलों का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित आबादी वाले क्षेत्रों में गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुविधाओं को सुनिश्चित करना, आयुष्मान कार्ड के महत्व और वितरण के सम्बन्ध में जागरूकता बढ़ाना, आभा आई0डी0 बनाना, गैर-संचारी रोगों की स्क्रीनिंग सेवाओं के महत्व के बारे जागरूकता बढ़ाना, क्षय जैसे जानलेवा संचारी रोगों के उपचार और उन्मूलन पर कार्य करना, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं से सम्बंधित विषयों के बारे में समुदाय से फीडबैक लेना, निवारक स्वास्थ्य देखभाल के लिए समग्र दृष्टिकोण पर ध्यान केन्द्रित करना और मिथकों एवं भ्रांतियों को दूर करना और ब्लाक स्तरीय स्वास्थ्य इकाइयों पर विशेषज्ञ चिकित्सा उपलब्ध कराना है, आदि ।
द्वितीय सप्ताह के रविवार को क्षय, कुष्ठ अन्य संचारी रोगों की जांच, चिन्हीकरण, उपचार और जनजागरूकता सम्बन्धी गतिविधियों वाले आयुष्मान मेलों का आयोजन प्रदेश के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय तथा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों में किया गया! शनिवार को आयोजित स्वास्थ्य मेला में 77,982 नागरिकों को टेली कंसल्टेशन सुविधा के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श प्रदान किया गया। किसी भी एक दिन में यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। आज के आयुष्मान मेलों में “स्वच्छता ही सेवा” अभियान को शामिल किया गया और समस्त स्वास्थ्य इकाइयों में सफ़ाई अभियान चलाकर सफ़ाई के महत्व पर चर्चा की गई। आज ही, राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में रक्तदान शिविरों का भी आयोजन किया गया।