उदयपुर में कॉलगर्ल के नाम पर ठगी करने वाली गैंग का भंडाफोड़, इस शातिर तरीके से फंसाते थे ठग

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(www.arya-tv.com) उदयपुर शहर अपनी सुंदरता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. हालांकि हालिया दिनों में यह ऑनलाइन धोखाधड़ी का केंद्र बनता जा रहा है. उदयपुर पुलिस ने 10 माह में कॉल गर्ल से जुड़ा 5वीं बड़ी धोखाधड़ी का खुलास किया है. इस मामले में सभी आरोपी बाहरी हैं, जो यहां पर आए. आरोपियों ने यहां पर किराए पर कमरा लेकर लोगों को टारगेट करना शुरू कर दिया.

पुलिस ने सोमवार (18 मार्च) को मामले का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले हुए मामलों में पुलिस ने युवकों के साथ युवतियों को भी गिरफ्तार किया था.

लड़की की फोटो भेजकर देते थे झांसा
यह कार्रवाई उदयपुर शहर के गोवर्धन विलास थाना पुलिस ने की है. थाना प्रभारी प्रोबेशनर आईपीएस निश्चय प्रसाद ने बताया कि गश्त के दौरान मुखबिर से सूचना मिली की ए ब्लॉक दक्षिण विस्तार योजना में कुछ युवक रहते हैं, जो अपने मोबाईल में SKOKKA और SDUKO वेबसाइट के जरिए कॉल गर्ल उपलब्ध करवाने के नाम पर लोगों को झांसा देते हैं. इस सूचना के बाद पुलिस आरोपियों के मकान पर पहुंची, तो चार युवक मोबाइल में व्हाट्सऐप पर चैट करते नजर आए.

मौके पर मौजूद पुलिस ने उनका मोबाइल चेक किया तो अलग-अलग नंबर पर लड़कियों की फोटो भेजकर कॉलगर्ल उपलब्ध करवाने के नाम पर उनसे राशि मांग रहे थे. चारों युवक डूंगरपुर जिले के रहने वाले हैं, जिन्होंने अपना नाम राहुल पाटीदार, मनीष पाटीदार, अजीत पाटीदार और पंकज पाटीदार बताया. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से 15 मोबाइल, 15 एटीएम कार्ड सहित अन्य रिकॉर्ड जब्त किये हैं.

ऐसे करते थे धोखाधड़ी
आईपीएस निश्चय प्रसाद ने बताया कि आरोपियों ने दोनों वेबसाइट पर युवतियों के फोटो डाल रखी है, जिसमें प्रत्येक लड़की के फोटो के नीचे मोबाइल नंबर भी है. क्लिक करने के बाद व्हाट्सएप पर चैटिंग होती है. यह चैटिंग आरोपी करते हैं. फिर लड़कियों की और फोटो भेजते हैं, जिससे वह लड़कियों का चयन कर सकें. आरोपी लोगों से बुकिंग के नाम पर 500 से 1000 रुपये एडवांस में वसूलते थे.

इस मौके पर जैसे ही व्यक्ति आरोपियों को पैसा भेजते ही उसका नंबर ब्लॉक कर देते हैं. आरोपियों ने दिल्ली, मुंबई, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के कई लोगों को ठग चुके हैं. आरोपियों ने राजस्थान में इसलिए किसी को शिकार नहीं बनाया, जिससे पकड़े न जाए. आरोपी पिछले चार माह से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दे रहे थे.