अधिकारियों ने बरेली सड़क पर नही किया निर्माण का पूरा काम,केंद्रीय मंत्री को सड़क चकाचक होनी की भेज दी रिपोर्ट

Bareilly Zone

बरेली (www.arya-tv.com) खस्ताहाल और गड्ढों वाले हाईवे को फर्राटेदार बताकर नेशनल हाईवे अथॉरिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) के अधिकारी केंद्रीय मंत्री के निशाने पर आ गया। जिस बरेली, पीलीभीत होकर सितारगंज तक जाने वाले हाईवे-74 पर चलना मुश्किल है। एनएचएआइ ने सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को उस हाईवे के सभी गड्ढों को भरवाने की रिपोर्ट भेज दी।

केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने दिल्ली के अपने कार्यालय में खुद संतोष गंगवार को बुलाकर कहा कि आपके बताए हाइवे के गड्ढों को भरवा दिया गया है। गड्ढे न भरवाने की हकीकत केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के नवाबगंज पहुंचने के बाद सामने आई। मंत्रालय को भी गुमराह करने वाले एनएचएआइ के अफसरों को केंद्रीय मंत्री ने कार्यालय बुलाकर लताड़ लगाई। सूत्रों के मुताबिक एनएचआइ के महाप्रबंधक ने केंद्रीय मंत्री के सामने स्वीकार कर लिया कि एक रिपोर्ट मंत्रालय को गलत भेज दी गई।

बरेली से पीलीभीत के बीच रिठौरा, नवाबगंज के पास हाईवे खस्ताहाल है। रिठौरा में एक संकरी पुलिया की वजह से प्रतिदिन दो से तीन घंटे का जाम लग रहा है। नवाबगंज के पास सड़क पर गड्ढे हैं। इनकी बदौलत होने वाले हादसों से लोग परेशान हैं। पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार से लोगों ने मुलाकात की। उन्हें दुर्दशा से अवगत कराया। केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली पहुंचने के बाद सड़क एवं परिवहन मंत्री नितीन गडकरी को सितारगंज एनएच के निर्माण कराने के लिए कहा।

पूरी कहानी में नाटकीय मोड़ तीन दिन पहले आया। नितिन गडकरी ने केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार को दिल्ली में अपने कार्यालय बुलाया। बातचीत में उन्हें सितारगंज हाईवे के गड्ढों को भरवाने की रिपोर्ट आने की जानकारी दी। पूछा, अब स्थिति ठीक होगी। संतोष गंगवार चौंके और बताया कि वहां तो निर्माण ही नहीं हुए है। फिर भी मैं मौके पर जाकर देख लूंगा। बरेली वापस आने के बाद बुधवार को केंद्रीय मंत्री रिठौरा से नवाबगंज तक एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए। उन्हें हाईवे पर कही भी निर्माण नहीं मिले।

भारत सेवा ट्रस्ट वापस लौटने के बाद उन्होंने एनएचएआइ के महाप्रबंधक सुनील जिंदल को तलब किया। एक ठेकेदार के साथ सुनील जिंदल के पहुंचने पर उनसे पूछा तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि रिपोर्ट में सितारगंज की तरफ के गड्ढे भरवाने का जिक्र रहा होगा।

इस पर मंत्री भड़क गए। बोले-आप गुमराह करते है। आपने कहा कि एनएचएआइ पर निर्माण शुरू हो गए है। मैं खुद नवाबगंज तक गया। कही भी निर्माण होते नहीं मिले। साथ आए ठेकेदार ने मंत्री से रिठौरा की संकरी पुलिया को जल्दी ठीक कराने का भरोसा दिलाया।

2013 तो कंपनी ही निर्माण छोड़ भागी थी

बरेली-सितारगंज हाइवे की सड़क चौड़ीकरण का प्रोजेक्ट अक्टूबर 2013 में वीआइएल कंपनी को दिया गया था। लक्ष्य 2016 में हाईवे के निर्माण को पूरा करना था। लेकिन कंपनी ने प्रोजेक्ट को अधूरा छोड़ दिया। कई जगह हाईवे पर अधूरे निर्माण रह गए। संकरी पुलिया की वजह से रिठौरा, नवाबगंज से लेकर पीलीभीत तक आए दिन हादसे होते हैं।

नए सिरे से हुए टेंडर, फिर भी ढिलाई

एनएचएआइ ने हाइवे चौड़ीकरण के लिए नए सिरे से टेंडर होने के बाद भी निर्माण शुरू नहीं हो सके। हाइवे पर जाम की स्थितियां पैदा होती है। भारी वाहनों का लंबा जाम लगता है। बारिश होने के बाद हालात अधिक खराब हो रहे हैं।

क्या कहते है केंद्रीय मंत्री

रिठौरा की पुलिया और नवाबगंज की खस्ताहाल रोड को लेकर मुझसे लोग मिलते रहते है। मैने नितिन गडकरी से कहा था। उन्हें जब मुझे बताया कि आपके यहां सितारगंज हाईवे के गड्ढे भरवाने की रिपोर्ट एनएचएआइ से मुझे मिली है।

तो मैं चौंक गया। क्योंकि वहां तो निर्माण नहीं हुए। मैं खुद भी नवाबगंज तक गया था। लेकिन कही निर्माण नहीं मिले। इसके बाद एनएचएआइ के महाप्रबंधक को कार्यालय बुलाकर निर्माण कराने के लिए कहा है।