कही वायरस आपका हाल न कर दे ऐसा, लखनऊ में 76 नए मामले

Lucknow UP

लखनऊ।(www.arya-tv.com) राजधानी में कोरोना कुछ देर के लिए बेसक रूका हो लेकर कहा नहीं जो दो कदम पीछे जाता है वह बड़ी उझाल मारता है, ऐसा ही राजधानी में कोरोना वायरस ने किया है। कोरोना वायरस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को चार कोरोना मरीजों की मौत हो गई। इसमें दो शहर के, एक हरदोई व एक सिद्धार्थनगर निवासी थे। वहीं कुल 76 नए संक्रमित मिले हैं मलिहाबाद के अमानीगंज निवासी 57 वर्षीय व्यक्ति को जुकाम-बुखार हुआ।

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गुरुवार को उसे सांस लेने में तकलीफ हुई। परिवारजन उसे लेकर दुबग्गा स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां मरीज को होल्डिंग एरिया में भर्ती कर कोरोना जांच का सैंपल भेजा गया। दो घंटे में मरीज की सांसें थम गई। वहीं, जांच रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई है। सीएचसी अधीक्षक ने मेडिकल टीम भेजकर घर व उसके आस-पास इलाके को सैनेटाइजेशन कराया। वहीं मरीज के संपर्क में आने वालों की सूची तैयार की गई। दूसरी मौत राजधानी निवासी 56 वर्षीय पुरुष की है। इन्हें आठ जुलाई को केजीएमयू में भर्ती कराया गया।

वहीं गुरुवार को मौत हो गई है। तीसरी मौत हरदोई निवासी बुजुर्ग की हुई। मरीज को बुधवार सुबह कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया । केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक दोपहर 12 बजे के करीब बुजुर्ग की मौत हो गई। 102 एंबुलेंस दफ्तर के 10 और कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं। ऐसे में एंबुलेंस कर्मी संक्रमितों की संख्या 80 के करीब पहुंच गई है। इसके अलावा दो आरपीएफ जवान,संक्रमण की चपेट में आ गए हैं।

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वहीं अलीगंज, कल्याणपुर, तेलीबाग, बालागंज, मेंहदीगंज, आलमबाग में एक-एक मरीज, गोमतीनगर में छह, इंदिरानगर में पांच, एलडीए काॅलोनी के चार, वृंदावन योजना में पांच लोगों को संक्रमण पाया गया है। जानकीपुरम, राजाजीपुरम, नादरगंज, जेटा रोड, निरालानगर व डालीगंज में दो-दो मरीज संक्रमित मिले हैं। शहर में गुरुवार को 76 मरीज संक्रमण की चपेट में आए हैं। वहीं सीएमओ दफ्तर से 51 मरीजों की जानकारी ही बताई जा सकी। शेष मरीज कहां के हैं, किस इलाके के हैं। इसको लेकर अनभिज्ञता जताई गई।

क्षेत्रों में हड़कंप रहा। उन्हें अपने घर के आस-पास संक्रमित मरीज होने की जानकारी कंफर्म नहीं हो सकी। वहीं मरीजों के परिवारीजन भी अस्पताल में मरीजों की शिफ्टिंग के लिए परेशान रहे। घंटों उन्हें लेने एंबुनेंस नहीं पहुंच सकी। अफसरों ने केस पोर्टल पर अपटेड कर जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया। शहर में मरीजों की भरमार है। हर रोज दर्जनों कंटेनमेंट जोन बन रहे हैं। गुरुवार को भी 36 कंटेनमेंट जोन बनाए गए व 12 हटाए गए। कंटेनमेंट जोन शहर के किन इलाकों को बनाया गया, यह सीएमओ कार्यालय के प्रवक्ता योगेश चंद्र रघुवंशी ने जानकारी होने से इन्कार किया।

कंटेनमेंट जोन की जानकारी न होने पर शहरवासी खुलेआम शहर में टहल रहे हैं। पड़ोसी भी बगल में संक्रमित मरीज होने से अनजान हैं। लिहाजा, वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक, कुल मरीजों का आंकड़ा दिया जा रहा है। वहीं, लखनऊ में मरीज किन-कन इलाकों के हैं। कहां-कहां कंटेनमेंट जोन बनाया गया हैं। इसकी जानकारी भी विस्तृत दी जाएगी। इससे लोग संक्रमण से बचाव कर सकेंगे। संबिधत अधिकारियों से इस मसले वर वार्ता की जाएगी।