छोटे जिले का बड़ा डॉन खान मुबारक:अंपायर को गोली मारकर क्राइम में उतरा खान; कोर्ट में 33 केस

# ## Lucknow

(www.arya-tv.com) “खान मुबारक को खत्म करने से खान मुबारक का वजूद खत्म नहीं होगा। खान मुबारक एक खत्म न होने वाली ऑरगेनाइजेशन का नाम है। जिस दिन खान मुबारक पर हमला हुआ। उस दिन खाकी और खादी कोई बख्शा नहीं जाएगा।” ये फिल्मी डॉयलाग नहीं, अयोध्या जेल से बंद खान मुबारक ने अपना वीडियो वायरल कराया था।
हरदोई जेल में खान मुबारक की निमोनिया (सेप्टीसीमिया) जैसी बीमारी से मौत की खबर के बाद गैंगस्टर फिर सुर्खियों में आया है।

अंपायर को गोली मारी, फिर क्राइम की दुनिया में उतर गया
यूपी के एक छोटे से जिले अंबेडकरनगर के हंसवर थाना क्षेत्र के हरसम्हार गांव में खान मुबारक रहता था। खान मुबारक के पिता रजी आलम चकबंदी विभाग में लेखपाल थे। उन्होंने खान मुबारक को स्नातक की पढ़ाई के लिए प्रयागराज भेजा, लेकिन उसका रुझान अपराध की तरफ था। एक क्रिकेट मैच के दौरान अंपायर को गोली मार दी। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसमें साथ दिया उसके बड़े भाई जफर सुपारी ने, जिसने 15 साल की उम्र में ही हत्या कर अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था।

बाद में, उन्होंने मुंबई में काला घोडा कांड को अंजाम दिया। जिसमें पुलिस वैन में दो कैदियों की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी। जिसके बाद दोनों भाइयों ने छोटा राजन के साथ मिलकर अंडरवर्ल्ड में कदम रख दिया । खान मुबारक ने अपना गैंग बना लिया। जिसे यूपी पुलिस रिकार्ड में डी-27 गैंग कहा जाता है।

प्रयागराज को बनाया ठिकाना, मुन्ना बजरंगी से थी दुश्मनी
STF ने 27 जुलाई 2017 को खान मुबारक (40) को लखनऊ में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। इसके बाद वह सलाखों के बाहर नहीं आ सका। सबसे बड़ी बात यह है कि उसके खिलाफ 33 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं, लेकिन आज तक उसको किसी मामले में सजा नहीं हुई है।

अंबेडकरनगर नहीं, प्रयागराज को बनाया ठिकाना
खान मुबारक ने प्रयागराज को अपना ठिकाना बनाया। जहां मुन्ना बजरंगी से उसका सामना हुआ। इसके बाद दोनों में दुश्मनी हुई और गैंगवार शुरू हो गई। बाद में वह मुंबई चला गया। जहां अपने भाई जफर सुपारी की मदद से छोटा राजन गैंग में शामिल हुआ।

5 साल जेल, फिर अंबेडकरनगर में वसूली शुरू की
मुंबई में साल 2006 में काला घोड़ा हत्याकांड के बाद खान मुबारक का नाम सुर्खियों में आ गया। उसके बाद खान मुबारक अंडर वर्ल्ड डॉन छोटा राजन गैंग का मुख्य हिस्सा बन गया। इसका खुलासा तब हुआ जब 2007 में प्रयागराज हुई एक कैश वैन लूटकांड में STFSTF ने खान मुबारक को गिरफ्तार किया।

जिसमें पूछताछ में उसने बताया कि काला घोड़ा हत्याकांड उसने ही साथियों के साथ अंजाम दिया था। उसके बाद 5 साल तक नैनी जेल में बंद रहा। 2012 से प्रयागराज की जगह अंबेडकरनगर में रंगदारी और जबरन वसूली का काम शुरू कर दिया।

खान की 19.56 करोड़ की संपत्ति जब्त
खान मुबारक गिरोह के 16 सक्रिय सदस्यों की हिस्ट्रीशीट यूपी पुलिस ने खोली है। जिसके साथ ही खान मुबारक गिरोह की 19.56 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति को चिह्नित किया गया। जिसके बाद 16.31 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की गई थी। वहीं अन्य को गिरा दिया गया।