महिलाओं और बेटियों को मिलेट के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत: राज्यपाल

## Lucknow

(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ द्वारा आरंभ किये गये रेडियो गूंज के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता की। इस अवसर पर राज्यपाल ने चिकित्सा विश्वविद्यालय में तीन नवीन सुविधाओं एक्सरे इरैडिएटर, सीवेज ट्रीटमेंट एवं एफ्लूयेन्ट ट्रीटमेंट प्लान्ट तथा इन्टरवेंशन रेडियोलाॅजी वार्ड का शुभारम्भ भी किया।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में ए प्लस प्राप्त करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि मेडिकल विश्वविद्यालय और सामान्य विश्वविद्यालय में काफी अन्तर होता है। मेडिकल विश्वविद्यालय का दायरा तथा समाज के लिए उनकी जिम्मेदारियां बहुत वृहद और अहम होती हैं। अपनी जिम्मेदारियों का अच्छी तरह से निर्वहन करते हुए भी नैक में अच्छा प्रदर्शन करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। किसी भी विश्वविद्यालय के लिए नैक मूल्यांकन क्यों जरूरी हो जाता है इस पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इससे विश्वविद्यालय को अपनी कार्यशैली के बारे में सोचने और उसमें सुधार करने का अवसर प्राप्त होता है।

इसी क्रम में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय द्वारा सफलतापूर्वक प्रसारित तथा समाज के लिए उपयोगी साबित हो रहे रेडियो केजीएमयू गूंज के एक वर्ष पूर्ण करने पर बधाई देते हुए सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय की रेडियो केजीएमयू गूंज टीम द्वारा आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय समुदाय जैसे कि हमारी महिलाएं, हमारी बेटियों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सरल तरीके से पहुंचाने के साथ विशेषज्ञों की बातों को भी सहज भाषा में प्रसारित किया जाए।

इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित मिलेट मेले का भी उद्घाटन किया तथा कहा कि बदलती जीवन शैली में स्वस्थ शरीर के लिए आहार में मिलेट को जोड़ना जरूरी हो गया है। वर्ष 2023 को देश के प्रधानमंत्री ने अन्तर्राष्ट्रीय मीलेट वर्ष घोषित किया है तथा उन्होंने मोटे अनाज को एक नया नाम दिया है ‘श्री अन्न’। उन्होंने क​हा कि इसलिए मैं चाहती हूं कि विश्वविद्यालय को महिलाओं और बेटियों को पोषण और स्वास्थ्य की दृष्टि से सर्वोत्तम आहार मिलेट्स को अपनी जीवन शैली में शामिल करने के लिए जागरूक करने का कार्य करना चाहिए इसके साथ ही कुपोषण, टीबी, महिलाओं की शत्-प्रतिशत डिलीवरी चिकित्सालय में ही हो तथा फीडिंग जैसे गंभीर विषय को भी उठाना चाहिए तथा इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम का प्रसारण भी रेडियो गूंज पर किया जाना चाहिए।

टेक्नोलाॅजी पर अपने विचार व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि टेक्नोलाॅजी का उपयोग करके हम मानव की अच्छी से अच्छी सेवा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व मानव के साथ-साथ पशुओं को बचाने के लिए भी रोज नये-नये अनुसंधान कर रहा है। जितना मानव को बचाना जरूरी है उतना ही पशुओं के लिए भी सोचने और संवेदनशील होने की जरूरत है। कोरोना के समय में अन्य देशों की मदद करके भारत ने यह साबित कर दिया है कि भारत मानवता के लिए जीता है। एक अन्य कार्यक्रम में राज्यपाल जी ने शहमीनाशाह रोड राजकीय बालिका इण्टर कालेेज में डिजिटल वैन का अवलोकन किया तथा कक्षा में जाकर छात्र-छात्राओं से संवाद भी किया। इस अवसर पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति ले0 ज0 डाॅ0 बिपिन पुरी, डाॅ0 कीर्ति वर्मा, डाॅ0 तुलिका चंद्रा, डाॅ0 विनीत शर्मा, डाॅ0 ए0 के0 त्रिपाठी, डाॅ0 के0के0 सिंह तथा डाॅ0 अनित परिहार उपस्थित थे।