- ज्ञान के यथार्थ से परिचय कराना ही शिक्षक का एकमात्र लक्ष्य – प्रो० कपिल देव मिश्रा
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में दिनांक 11 अगस्त 2023 को भारतीय इतिहास अनुसन्धान परिषद् (ICHR) शिक्षा मंत्रालय , भारत सरकार नई दिल्ली व शिक्षाशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ” समसामयिक सन्दर्भ में श्री अरविन्द का शैक्षिक चिंतन एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ” विषय पर आयोजित द्वि दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न हुई । कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० कपिल देव मिश्रा , रज्जू भइया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० अखिलेश कुमार सिंह, भारतीय इतिहास अनुसन्धान परिषद् के निर्देशक डॉ० ओम जी उपाध्याय, इंदिरा गाँधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी नई दिल्ली में शिक्षाशास्त्र विभाग के प्रो० अरविन्द कुमार झा मौजूद रहें।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि व रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० कपिल देव मिश्रा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और महर्षि अरविन्द घोष के संदर्भ में चर्चा करते हुए कहा कि महर्षि अरविन्द के दर्शन को ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्राथमिकता दी गई है। इसके माध्यम से वैश्विक स्तर पर मौजूद समसामयिक चुनौतियों का समाधान संभव है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व रज्जू भइया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० अखिलेश कुमार सिंह ने कहा, कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से व्यक्ति के अन्तर्मन का प्रकटीकरण संभव है क्योंकि यह अतीत व भविष्य के लिए संयोजी कड़ी की तरह है।
इस अवसर पर भारतीय इतिहास अनुसन्धान परिषद् के निर्देशक डॉ० ओम जी उपाध्याय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्राचीन भारत की ओर पुनः वापस लौटने का साधन बताया। इंदिरा गाँधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी नई दिल्ली में शिक्षाशास्त्र विभाग के प्रो० अरविन्द कुमार झा ने अरविन्द घोष व अन्य दार्शनिकों के विचारों से सभी को अवगत कराया। कार्यक्रम के दौरान डीन अकादमिक अफेयर प्रो० राणा प्रताप सिंह, कुलसचिव डॉ० अश्विनी कुमार सिंह, शिक्षाशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो० हरिशंकर सिंह, संयोजक डॉ० विवेक नाथ त्रिपाठी, डॉ० राजशरण शाही, डॉ० लालिमा, डॉ० सुभाष मिश्रा, डॉ० शिखा तिवारी, डॉ० विक्टोरिया सुजैन व विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षक एवं छात्र- छात्रायें मौजूद रहे।