NASA का डर: चीन की हरकतों की वजह से डरा अमेरिका, चीन कर सकता है चांद के साउथ पोल पर कब्जा

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(www.arya-tv.com) चीन ने दक्षिण चीन सागर में जिस तरह से कई द्वीपों पर कब्जा किया हुआ है। उसे लेकर अब एक नया डर पैदा हो गया है। इन दिनों चीन की नजर चंद्रमा पर हैं। कहा गया है कि चीन के अंतरिक्षयात्री चंद्रमा पर सबसे पहले पहुंचते हैं, तो बीजिंग चांद के साउथ पोल पर कब्जा कर सकता है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने चीन को लेकर ये बातें कही हैं। उन्होंने दक्षिण चीन सागर में चीन की हरकतों का हवाला देते हुए ये बातें कही हैं।

फ्लोरिडा में केनेडी स्पेस सेंटर में बिल नेल्सन ने कहा, ‘धरती पर आपने चीन की सरकार की हरकतें देखी हैं। वो दक्षिण चीन सागर में मौजूद अंतरराष्ट्रीय द्वीपों पर जाते हैं और उन पर दावा करते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि वे उन पर रनवे भी बना लेते हैं।’ उन्होंने आगे बताया, ‘सच कहूं तो मैं नहीं चाहता हूं कि चीन अपने अंतरिक्षयात्रियों के जरिए चंद्रमा के साउथ पोल पर सबसे पहले पहुंचे और फिर बाकी से लोगों को कहे कि ये हमारा है और आप यहां से जाइए।’

चंद्रमा के साउथ पोल पर जमी बर्फ में पानी मौजूद होने के सबूत हैं। नेल्सन के मुताबिक, अमेरिका और चीन के बीच रेस चल रही है कि कौन पहले वहां पहुंचकर इस बर्फ को हासिल करता है। उनका कहना है कि हमें अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के हितों की रक्षा करने की जरूरत है। अगर वास्तव में हमें वहां पर प्रचुर मात्रा में पानी मिलता है, तो इसका इस्तेमाल भविष्य के मिशन के लिए किया जा सकता है। लेकिन हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि पानी सबके लिए उपलब्ध हो, न कि सिर्फ उनके लिए जिन्होंने इसका दावा किया है।

नेल्सन ने बताया कि चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडिंग के लिए जमीन बहुत सीमित है। अगर आप साउथ पोल की तस्वीरें देखेंगे, तो पाएंगे कि वो ऐसी जगह नहीं है, जहां कभी नील आर्मस्ट्रॉन्ग और बज एल्ड्रिन लैंड हुए थे। जहां आर्मस्ट्रॉन्ग और एल्ड्रिन ने लैंड किया था, वहां सूर्य की रोशनी लगातार आ रही थी। उन्होंने आगे कहा कि साउथ पोल बड़े-बड़े क्रेटर से भरा हुआ है। सूर्य की रोशनी की वजह से अधिकतर क्रेटर हमेशा अंधेरे में डूबे रहते हैं। क्रेटर की वजह से ही यहां लैंडिंग की जगह कम है।

चीन ने दक्षिण चीन सागर के स्प्रैटली द्वीपों पर कब्जा जमाया हुआ है। इन द्वीपों पर चीन ने हवाई पट्टी बना ली है और अब इसके करीब मौजूद देशों को परेशान करने में जुटा हुआ है। स्प्रैटली द्वीपों पर मलेशिया, वियतनाम और ब्रुनई ने भी अपना दावा किया हुआ है। लेकिन फिलहाल चीन ने यहां कब्जा जमाया हुआ है। चीन की इन्हीं हरकतों की वजह से डर सता रहा है कि अगर वह साउथ पोल पर पहले पहुंचता है, तो वहां की जमीन को कब्जा सकता है। साथ ही बाकी के देशों को वहां एंटर करने से भी रोक सकता है।