बाबा विश्वनाथ मंदिर में आज से कथा वाचन करेंगे मोराबी बापू: मोरारी बापू और उनके भक्तों के लिए स्पेशल ट्रेन

Uncategorized

(www.arya-tv.com)  मोरारी  बापू श्रीकाशी विश्वनाथ को रामकथा सुनाएंगे। आज वाराणसी में 1008 भक्तों के साथ प्रख्यात कथावाचक मोरारी बापू आ रहे हैं। बाबा विश्वनाथ मंदिर में आज से कथा का वाचन करेंगे। केदारनाथ से श्रीराम कथा की रसगंगा का प्रवाह लेकर आ रहे मोरारी बापू आज दिन में 10 बजे से अपनी कथा की शुरुआत करेंगे। द्वादश ज्योतिर्लिंग रामकथा यात्रा की अगली कड़ी में मोरारी बापू बाबा विश्वनाथ को राम की कथा सुनाएंगे।उनके साथ कुल 1009 श्रद्धालुओं के लिए कैलाश भारत गौरव और चित्रकूट भारत गौरव विशेष ट्रेन चलाई गई है।द्वादश ज्योतिर्लिंग कथा के तहत वे इस कथा का वाचन कर रहे हैं। सभी 12 ज्याेर्तिलिंग पर मोरारी बापू राम कथा का आयोजन करेंगे।

कार्यक्रम का आयोजन  रूपेश व्यास द्वारा 

ट्रेनों कोच के बाहरी हिस्से को 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों, सनातन धर्म के प्रमुख अभयारण्यों, तिरुपति बालाजी मंदिर और बापुना गांव के दृश्यों से सजाया गया है। कार्यक्रम का आयोजन इंदौर के एक व्यापारी और मोरारी बापू के शिष्य रूपेश व्यास द्वारा किया जा रहा है। मोरारी बापू के अनुसार, इस पवित्र यात्रा के द्वारा हम विविधता में अखंडता को प्रदर्शित कर रहे हैं। सनातन धर्म के मूल को बता रहे हैं। प्रभु श्री राम का उद्घोष देश के हर कोने में गूंजता रहे और शांति बनी रहे, इसका प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम राम कथा में केवल उनके बाहरी दुनिया की यात्रा नहीं कराते, वरन अंद्रुनी लाइफ ट्रवेल के बारे में भी चर्चा करते हैं। कुल 8 राज्यों में 12 हजार किलोमीटर की होगी।

गुजरात के तलगाजार्डा में संपन्न होगी यात्रा

केदारनाथ से शुरू हुई यात्रा 8 अगस्त को मोरारी बापू के गांव गुजरात के तलगाजार्डा में संपन्न हो जाएगी। कथा की शुरुआत 22 जुलाई को उत्तराखंड में केदारनाथ से आरंभ हुई थी। 24 जुलाई को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम, 25 जुलाई को वैद्यनाथ धाम झारखंड, 26 जुलाई को जगन्नाथ पुरी ओडिसा, 27 जुलाई को मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश, 28-29 जुलाई को रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु, 30 जुलाई को तिरुपति बालाजी मंदिर, 31 जुलाई को नागेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र, 1 अगस्त को भीमाशंकर, 2 अगस्त को त्र्यंबकेश्वर, 3 अगस्त को घृष्णेश्वर, 4 अगस्त को ओंकारेश्वर, 5 अगस्त को महाकालेश्वर, 6 अगस्त को द्वारिकाधीश मंदिर और नागेश्वर, 7 अगस्त को सोमनाथ और 8 अगस्त को तलगाजार्डा में यात्रा का समापन होगा।