मोनिका जिंदा है! 2 साल तक सबको गुमराह करता रहा वो, दिल्‍ली कॉन्‍स्‍टेबल की मर्डर मिस्‍ट्री दिमाग हिला देगी

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(www.arya-tv.com) दो साल पहले लापता हुईं कॉन्स्टेबल मोनिका सिंह का पता चल गया है। दिल्‍ली पुलिस ने रविवार को बताया कि मोनिका की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने आरोपी कॉन्‍स्‍टेबल सुरेंद्र सिंह राणा (42) को गिरफ्तार किया है। स्पेशल कमिश्नर रवींद्र यादव ने बताया कि राणा के साले और एक दोस्त को भी अरेस्ट किया गया है।

राणा ने कथित रूप से मोनिका (28) की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। फिर लाश को उत्तरी दिल्‍ली के नाले में फेंक दिया था। पुलिस को कंकाल मिला है जिसे DNA प्रोफाइलिंग के लिए भेजा गया है। राणा PCR यूनिट में साथ तैनात रही मोनिका से शादी करना चाहता था। उसने बार-बार मना किया तो हत्या का मन बनाया।

उसे अपने घर ले जाने के बहाने, राणा ने बुराड़ी पुस्ता में उसका कत्ल कर दिया। इसके बाद अगले दो साल तक राणा ने झूठ का ऐसा जाल बुला कि किसी को भनक तक न लगी। उसने ऐसे झूठे सुराग छोड़े कि मोनिका के परिवार को लगता रहा वह जिंदा है। पढ़‍िए, खून जमा देने वाली मर्डर मिस्‍ट्री।

मोनिका यादव मर्डर केस: 5 पॉइंट्स में पूरी कहानी

1. पोस्टिंग और दोस्ती

  • मोनिका यादव ने 2014 में बतौर कॉन्‍स्‍टेबल दिल्‍ली पुलिस फोर्स जॉइन की। वह 2018 में राणा के संपर्क में आई।
  • दोनों की पोस्टिंग पुलिस कंट्रोल रूम में थी, धीरे-धीरे दोस्ती हो गई।
  • 2020 में यादव ने यूपी पुलिस सब-इंस्पेक्टर का एग्जाम निकाल लिया। फिर उसने दिल्‍ली पुलिस छोड़ दी।
  • वह मुखर्जी नगर के एक पीजी में रहकर UPSC की तैयारी करने लगी। राणा उसकी मदद करता।
    दोनों करीब आ गए। राणा उसके घर के कई फंक्शन में गया।

2. इनकार और मर्डर

  • राणा के दिल में मोनिका के लिए फीलिंग्स आ गईं। वहां पर साथ रहने का दबाव बनाने लगा। मोनिका उसे पिता जैसा समझती थी।
  • 8 सितंबर 2021 को झगड़ा हुआ। राणा ने मोनिका को मारने की ठान ली। वह उसे बुराड़ी पुस्ता ले गया; गला घोंटकर मार दिया। लाश नाले में फेंक दी।

3. गुमशुदगी की रिपोर्ट और बहन की खोज

  • 20 अक्टूबर 2021 को मुखर्जी नगर थाने में मोनिका के लापता होने की शिकायत दर्ज की गई।
  • कोई ब्रेकथ्रू नहीं मिला क्‍योंकि राणा लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा।
  • मोनिका की बहन पुलिस कमिश्नर से मिलीं। आखिरकार 12 अप्रैल 2023 को FIR रजिस्टर हुई।
  • जुलाई में मामला क्राइम ब्रांच के पास पहुंचा।

4. कैसे सबको चकमा देता रहा आरोपी

  • राणा ने अपने साले रवीन (26) को प्‍लान का हिस्सा बनाया। रवीन ने सबको बताया कि मोनिका उसके साथ भाग गई है और वे दोनों सेफ हैं। राणा लगातार परिवार के संपर्क में रहा और झूठी लीड्स देता रहा।
  • आरोपी के कॉन्फिडेंस की हद देखिए! उसने इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर से कहा कि ठीक से केस की जांच करो।
  • संदिग्ध ने परिवार को गुमराह करने के लिए मोनिका की पुरानी रिकॉर्डिंग सुनाईं।
  • मोनिका के डॉक्‍यूमेंट्स यूज करते हुए राणा कई महिलाओं को अलग-अलग होटल में ले गया जिससे लगे कि वह वहां गई थी।
  • वह मोनिका का बैंक अकाउंट चलाता रहा। हेलमेट लगाकर ATM से पैसे निकालने जाता।
  • राणा ने मोनिका यादव का फर्जी कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट भी बनवा रखा था।

5. सच तक कैसे पहुंची पुलिस

  • क्राइम ब्रांच ने रिवर्स में जांच शुरू की। मोनिका के परिवार को जिन नंबर्स से कॉल आते थे, उनकी डीटेल्‍स निकाली गईं।
  • पुलिस ने किसी राजपाल को पकड़ा जिसने रवीन को एक फर्जी सिम बेचा था।
  • फिर पुलिस रवीन तक पहुंची; उसने राणा का नाम लिया।
  • राणा से पूछताछ हुई तो उसने सब उगल दिया। फिर पुलिस को उस जगह पर ले गया जहां मोनिका की लाश फेंकी थी।​