जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस पर घिरी मोदी सरकार, जानिए किसने कहा PM मोदी खुद हैं शामिल

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 (www.arya-tv.com) जासूसी सॉफ्टवेयर पोगासस पर आई एक नई रिपोर्ट में चौंकाने वाले दावे ने देश की सियासत में फिर से हंगामा खड़ा कर दिया है। इस रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार की जमकर आलोचना की है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर पेगासस के जरिए भारतीय लोकतंत्र को हाईजैक करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी खुद इसमें शामिल हैं।

दरअसल, भारत सरकार ने 2017 में इजराइली कंपनी NSO ग्रुप से जासूसी सॉफ्टवेयर पोगासस खरीदा था। इस सॉफ्टवेयर को पांच साल पहले की गई 2 बिलियन डॉलर की डिफेंस डील में खरीदा गया था। इसी डिफेंस डील में भारत ने एक मिसाइल सिस्टम और कुछ हथियार भी खरीदे थे। इस बात का खुलासा अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में हुआ है।

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे दुनियाभर में इस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया गया। मेक्सिको सरकार ने पत्रकारों और विरोधियों के खिलाफ, वहीं, सऊदी ने शाही परिवार के आलोचक रहे पत्रकार जमाल खशोगी और उनके सहयोगियों के खिलाफ इसका इस्तेमाल किया। इजराइली रक्षा मंत्रालय ने पोलैंड, हंगरी और भारत जैसे कई देशों में पेगासस के इस्तेमाल की मंजूरी दी थी।

इसमें साल 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजरायल यात्रा के बारे में जिक्र करते हुए बताया गया है कि दोनों देश 2 बिलियन डॉलर की हथियार और इंटेलिजेंस गियर पैकज डील पर सहमत हुए थे। इसमें पेगासस और मिसाइल सिस्टम भी शामिल हैं।

बता दें कि अभी तक ना भारत सरकार ने ये माना है कि उसने पेगासस सॉफ्टवेयर इजरायल से खरीदा है, और ना ही इजरायली सरकार ने माना है कि उसने भारत को ये जासूसी सिस्टम बेचा है। लेकिन इस रिपोर्ट के खुलासे के बाद देश में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष को एक बड़ा मौका हाथ लग गया है।

पेगासस एक खतरनाक जासूसी सॉफ्टवेयर है। इसे इजरायली कंपनी NSO Group ने बनाया है, कंपनी की वेबसाइट के अनुसार इसे सिर्फ सरकारों को ही बेचा जाता है। इसकी कीमत अरबों रुपये होती है।