राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी को गूगल सर्च करना पड़ा मंगल पांडे का मेरठ से नाता

Meerut Zone

(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री का एक हैरान करने वाला मामला सामले आया है। आजादी का अमृम महोत्सव के लिए लोगों को जागरूक करने मेरठ पहुंचे मंत्री और उनके साथ के अधिकारियों को करीब दस मिनट तक गूगल पर मंगल पांडे का मेरठ से क्या नाता है यही खोजते रहे।

मेरठ के श​हीद स्मारक में प्रदेश के खेल, युवा और पंचायती राज राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी मंगल पांडे के बलिदान स्थल को लेकर उलझ गए। शहीद स्मारक के स्तंभ पर 1857 की क्रांति के 85 सैनिकों की सूची देख मंत्री ने अफसरों से पूछा कि इसमें मंगल पांडे का नाम क्यों नहीं है। तभी किसी ने धीरे से आकर बताया कि 85 सैनिकों में मंगल पांडे शामिल नहीं थे तो मंत्री ने मोबाइल पर गूगल सर्च करना शुरू कर दिया। 

पंचायती राज अधिकारी रेनू श्रीवास्तव, युवा कल्याण अधिकारी सलोनी, अपर मुख्य अधिकारी एस. के गुप्ता, परियोजना अधिकारी डीआरडीए मोतीलाल व्यास भी मंत्री के साथ करीब दस मिनट तक गूगल पर मंगल पांडे नगर का मेरठ से नाता खोजते रहे। अचानक सभी ने एक स्वर में कहा कि गूगल बता रहा है कि मंगल पांडे को बंगाल के बैरकपुर में आठ अप्रैल 1857 को फांसी दी गई थी, जबकि मेरठ की क्रांति 10 मई को हुई थी। हालांकि, इसके बाद मंत्री उपेंद्र तिवारी ने शहीद स्मारक स्थल पर ही मंगल पांडे की प्रतिमा पर उनके बलिदान स्थल के बारे में जानकारी लेकर पुष्प अर्पित कर नमन किया।