बरेली: मौसम विभाग ने बारिश के साथ किसानों के लिए जारी की एडवाइजरी

Bareilly Zone

(www.arya-tv.com) बरेली में तेज बारिश की जताई जा रही संभावनाओं पर निम्न वायुदाब का क्षेत्र भारी पड़ गया। कुछ इलाकों में बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश हुई। हालांकि, अगले तीन दिन भी बारिश के आसार हैं। लिहाजा, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक ने किसानों को बारिश से पहले ही खेतों में तैयार गेहूं की फसल काटने, कटी गेहूं, सरसों की फसल को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने और खेतों में जलनिकासी की व्यवस्था के लिए कहा है।

मौसम विभाग से जारी पूर्वानुमान के अनुसार अगले तीन दिन तक अनुकूल माहौल बनने पर करीब दस एमएम तक बारिश की संभावना है। हालांकि, अनुकूल माहौल न बनने पर तेज हवाएं चलने से धूल के गुबार से लोग परेशान रहेंगे। हालांकि, दोनों ही स्थितियों में शहरवासियों को गर्मी से राहत रहेगी।

शनिवार को सुबह से बादल मंडराते रहे। सुबह कुछ देर तक हल्की बारिश कई इलाकों में हुई। मगर दोपहर बारह बजे के बाद मौसम का मिजाज बदलने लगा। दोपहर एक बजे धूप निकल आई। दोपहर दो बजे अधिकतम तापमान चार डिग्री गिरावट के बाद सामान्य से सात डिग्री कम दर्ज हुआ। न्यूनतम 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रंजीत सिंह के मुताबिक अब फसलों की कटाई का समय नजदीक आ रहा है। अगैती गेहूं अब पक रहे हैं तो कहीं-कहीं कटाई भी हो रही है। वहीं, सरसों भी अब तैयार होने के कगार पर है। ऐसे में अगर तेज बारिश हुई तो फसल गिरने से काफी नुकसान की संभावना है। इससे बचाव के लिए किसानों को तैयार रहना होगा।

उन्हें कटाई के लिए तैयार गेहूं, सरसों की फसल को जल्द सुरक्षित करना होगा। फसल काटकर छांव में रखना होगा। मौसम साफ होने पर उसे धूप दिखाएं। खेत में पानी का भराव न हो इसका पूरा ध्यान रखें। अभी से खेत में नालियां बना लें तो बेहतर रहेगा। सब्जियों की फसल पर बारिश का दुष्प्रभाव नहीं होगा मगर खेतों में जलभराव से बेलदार, लता वाली फसल में सड़न हो सकती है।

मौसम में तीन दिनों से दिख रहे बदलाव का असर सेहत पर भारी पड़ रहा है। शनिवार को ओपीडी में 1285 पर्चे बने। वहीं, करीब दो सौ से ज्यादा लोग पुराने पर्चे पर इलाज को पहुंचे थे। इसमें 30 फीसदी मरीज सर्दी, जुकाम, बुखार के रहे।

वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. अकीक के मुताबिक बदलते मौसम में हल्की सी अनदेखी वायरल बीमारियों की वजह बन रही है। उन्होंने सर्दी, खांसी या जकड़न का एहसास होने पर लोगों को स्टीम लेने, बुखार पर तीन दिन तक पैरासिटामॉल और इससे ज्यादा दिन बुखार होने पर डॉक्टर को दिखाने के लिए कहा है। एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन से बचने का सुझाव दिया है।