Mahashivratri 2022: तो क्‍या सोमेश्‍वरनाथ मंदिर के त्रिशूल की दिशा पूर्णिमा की रात बदल जाती है

Prayagraj Zone UP

(www.arya-tv.com) महाशिवरात्रि का पर्व कल मंगलवार को है। ऐसे में आपको प्रयागराज के एक खास शिव मंदिर का महात्‍म्‍य भी है। यहां के प्राचीन सोमेश्‍वर नाथ मंदिर को लेकर लोगों में मान्‍यता है। कहा जाता है कि प्रत्‍येक माह की पूर्णिमा की रात में इस मंदिर के ऊपर लगे त्रिशूल की दिशा बदल जाती है। बताते हैं कि शिव मंदिर की शिखा पर लगे त्रिशूल की दिशा बदलने की करामात को देखने के लिए कई बार लोगों ने प्रयास किया लेकिन सामने कुछ नहीं दिखा। दावा भी किया गया कि सुबह होने पर त्रिशूल की दिशा बदली हुई मिली। त्रिशूल की दिशा बदलना इस मंदिर की महिमा बताई जाती है, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।

महाशिवरात्रि व सावन में जुटते हैं श्रद्धालु

यमुनापार में स्थित सोमेश्‍वरनाथ मंदिर पर महाशिवरात्रि में वर्ष भर भक्‍तों की भीड़ लगी रहती है। महाशिवरात्रि और सावन के महीने में भीड़ बढ़ती है। प्राचीन, पौराणिक और आस्था के साथ विश्वास का केंद्र सोमेश्‍वर नाथ मंदिर अरैल गंगा तट पर स्थित है। इन मंदिरों में शिवलिंग स्थापना की अपनी पौराणिक मान्यता है। उसी अनुसार महत्व और निशान चढ़ाने की परंपरा भी है। यहां महाशिवरात्रि पर निशान के रूप में ध्वज लेकर लोग दूर-दूर से नाचते गाते हुए आते हैं। आस्‍था इतनी कि मानो यहां शिवलिंग में भक्त शिवजी के मानो साक्षात दर्शन पाते हों।