अजित पवार को वित्त विभाग मिलने से महाराष्ट्र की सियासत गर्म, शिंदे गुट में कड़ी नाराजगी

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(www.arya-tv.com) महाराष्ट्र में शुक्रवार को सरकार ने विभागों का बंटवारा कर दिया। जिसमें एकनाथ शिंदे गुट के कड़े विरोध के बावजूद उपमुख्यमंत्री अजित पवार को वित्त मंत्रालय दे दिया गया। शिंदे गुट के कड़े विरोध के बावजूद अजित पवार को वित्त विभाग मिलने से सियासत गर्म है। इसके मद्देनजर उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है।

राउत ने कहा कि अजित पवार को वित्त मंत्री का पद मिलने के बाद शिंदे गुट के नेता फ़िलहाल खुशी जाहिर करते हुए तालियां बजा रहे हैं। हालांकि, मेरी जानकारी के मुताबिक अजित पवार को वित्त मंत्री का पद मिलने से रोकने के लिए शिंदे गुट दिल्ली गया था। लेकिन दिल्ली में उनकी बात किसी ने नहीं सुनी। अलबत्ता दिल्ली में बीजेपी नेतृत्व की ओर से शिंदे गुट से साफ कहा गया था कि अगर आप साथ में रहना चाहते हैं तो रहें नहीं तो जा सकते हैं।

साथ ही एक और प्रस्ताव दिल्ली में शिंदे गुट के सामने रखा गया। जिसके मुताबिक अगर आप चाहते हैं कि वित्त मंत्रालय अजित पवार को न दिया जाये तो इसे आप अपने पास रखिये लेकिन बदले में मुख्यमंत्री का पद अजित पवार को दे दीजिए। संजय राउत ने कहा कि इस प्रस्ताव को सुनने के बाद शिंदे गुट दिल्ली से चुपचाप वापस लौट आया और अजित पवार को वित्त मंत्री का पद देने के लिए तैयार हो गया।

संजय राउत के इस सनसनीखेज दावे से सियासी हलकों में एक नई चर्चा शुरू होने की संभावना है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर शिंदे या अजित पवार गुट की ओर से कोई स्पष्टीकरण दिया जाता है या नहीं। हालांकि, चर्चा है कि अजित पवार को वित्त मंत्री का पद मिलने के बाद शिंदे गुट में कड़ी नाराजगी है।

महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान तत्कालीन वित्त मंत्री अजित पवार पर फंड आवंटन में भेदभाव का आरोप लगाते हुए शिंदे गुट ने उद्धव ठाकरे से नाता तोड़ लिया था। उस वक्त शिंदे गुट के सभी विधायकों ने अजित पवार पर आरोप लगाए थे। हालांकि, अब जब वित्त मंत्री का पद अजित पवार के पास वापस आ गया है। लिहाजा अब जब शिंदे गुट के विधायक उनसे फंड की मांग करेंगे तो उनकी बात सुनी जाएगी या नहीं? यह भी एक बड़ा सवाल रहेगा।

एकनाथ शिंदे की शिवसेना पिछले एक साल से बीजेपी के साथ है। महाविकास अघाड़ी सरकार को उखाड़ फेंकने और बीजेपी को सत्ता में लाने में एकनाथ शिंदे की भूमिका अहम थी। हालांकि, विभागों के आवंटन में हाल ही में सरकार में शामिल हुए अजित पवार के गुट को अहम खाते मिले हैं।

इतना ही नहीं शिंदे गुट के विरोध के बावजूद वित्त मंत्री का पद भी अजित पवार को दे दिया गया। भविष्य में, अजीत पवार वित्त विभाग के माध्यम से एनसीपी विधायकों को वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे। इन सबके बीच एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों के हिस्से में कितना फंड आएगा, इसपर भी सबकी नजरें रहेंगी।