लखनऊ की हवा भी हुई दूषित:दिल्ली एनसीआर के बाद यूपी की राजधानी में प्रदूषण बढ़ाने लगा

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(www.arya-tv.com)  दिल्ली एनसीआर के साथ ही राजधानी में भी वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है। शहर में हजरतगंज क्षेत्र का एक्यूआई अत्यंत खराब स्तर के नजदीक पहुंच गया है। लालबाग/हजरतगंज के साथ ही अलीगंज और तालकटोरा की एक्यूआई खराब हो चुकी है।

प्रदूषण बढ़ने का साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड़ भी एक्शन में आया है। शनिवार और रविवार को बोर्ड़ के क्षेत्रीय अधिकारी की अगुवाई में टीम ने शहर में चल रहे निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया। निर्माण कार्य में वायु प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का पालन न मिलने पर बोर्ड़ ने नगर निगम‚ लोक निर्माण विभाग‚ सेतु निगम‚ रेलवे के साथ ही दो दर्जन से अधिक निर्माण एजेंसियों को नोटिस जारी किया है।

बोर्ड़ ने सभी को चेतावनी दी है कि दस दिन में नियमों का पूरी तरह पालन न किये जाने की स्थिति में पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति के रूप में भारी आर्थिक जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही अन्य विधिक कार्रवाई भी शुरू की जाएगी।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड़ हुआ सक्रिय, सरकारी विभाग को नोटिस

निर्माण स्थलों पर नहीं हो रहा प्रदूषण नियंत्रण मानकों का अनुपालन कराने के लिए टीम लग गई है। नगर निगम‚ पीड़ब्ल्यूड़ी‚ सेतु निगम व रेलवे को प्रदूषण विभाग ने नोटिस जारी किया है। राजधानी का एक्यूआई 212 पहुंच गया है।

दो आईआईटी ऑफिस नहीं जाना क्या है वजह

नगरीय क्षेत्र में वायु प्रदूषण का कारण जानने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दो वर्ष पहले आईआईटी कानपुर और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाली विश्व स्तरीय संस्था ‘टेरी’ के विशेषज्ञों से जांच करायी थी। दोनों ही संस्थाओं ने शहर के प्रदूषण पर शोध और विश्लेषण करके अपनी रिपोर्ट में कहा है कि लखनऊ के वायु प्रदूषण खासकर सबसे खतरनाक पार्टिकल पीएम 2.5 और पीए 10 को बढ़ाने में 80 से 87 प्रतिशत तक का योगदान के वल खस्ताहाल सड़कों व निर्माण इकाइयों से उड़ने वाली धूल है।

लखनऊ के प्रमुख स्थानों का एक्यूआई

क्षेत्र, एक्यूआई, श्रेणी

अलीगंज, 229, खराब

लालबाग, 286, खराब

गोमतीनगर, 172, मध्यम

अम्बेड़कर विवि, 214, मध्यम

कुकरैल, 163, मध्यम

गोमतीनगर, 172, मध्यम

अम्बेड़कर विवि, 214, मध्यम

कुकरैल, 163, मध्यम

फिर पहुंचा 300 के पार AQI

विगत वर्षो में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए शासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कड़े फैसलों के बाद भी इसमें कोई खास सुधार नहीं आया है। अक्टूबर से फरवरी तक लखनऊ में वायु प्रदूषण में की स्थिति काफी खतरनाक हो जाती है। बीते 15 दिनों से राजधानी की हवा की गुणवत्ता काफी संतुलित रही है। इस अवधि में दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र का एक्यूआई 350 से 400 तक की संख्या को पार कर गया था। एक सप्ताह तक लखनऊ का एक्यूआई 200 से भी नीचे रहा है। शनिवार से लखनऊ के कुछ क्षेत्रों की हवा खराब होना शुरू हो गयी। रविवार को लालबाग क्षेत्र का एक्यूआई 300 को पार कर गया। यह संख्या अत्यंत खराब श्रेणी के नजदीक पहुंच चुकी है।

अलीगंज, लालबाग तालकटोरा में हवा सबसे ज्यादा खराब

शहर के लालबाग और तालकटोरा के साथ ही अलीगंज क्षेत्र में भी हवा का स्तर खराब स्तर तक पहुंच गया है। हवा का स्तर अत्यंत खराब होने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड़ लखनऊ मंड़ल के क्षेत्रीय अधिकारी उमेश चन्द्र शुक्ला की अगुवाई में बोर्ड़ की टीम ने शहर के निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में तालकटोरा क्षेत्र के निर्माणाधीन फ्लाईओवर‚ मुंशी पुलिया से खुर्रमनगर चौराहे पर बने रहे फलाईओवर तथा गोमती नगर रेलवे स्टेशन के निर्माण में वायु प्रदूषण के मानकों का उललंघन पाया गया।