लखनऊ में लाइव परफॉर्म करते वक्त पखावज वादक की मौत:दिनेश प्रसाद को मंच पर आया कार्डियक अरेस्ट

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(www.arya-tv.com) लखनऊ में लाइव परफॉर्मेंस के दौरान ही पखावज वादक दिनेश प्रसाद की मौत हो गई। वादन के दौरान स्टेज पर ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा। आयोजक आनन-फानन में उन्हें लारी कार्डियोलाजी लेकर पहुंचे। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वह राजधानी के राजाजीपुरम में रहते थे।

कैसरबाग बारादरी में दे रहे थे प्रस्तुति
सोमवार को तीन बजे के करीब पं दिनेश कैसरबाग बारादरी के अमृत लाल तख्त पर ताल वाद्य कचहरी शीर्षक पर प्रस्तुति दे रहे थे। उनके साथ सारंगी पर जीशान, तबला पर इलियास खान, शास्त्रीय गायक इलियास और नाल वादन श्रीकांत कर रहे थे। करीब 15 से 20 मिनट की प्रस्तुति हुई। जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई।

कथक केंद्र में कार्यरत थे
संगीत नाटक अकादमी के सचिव तरुण राज ने बताया कि दिनेश प्रसाद कथक केंद्र में कार्यरत थे। उनका निधन एक बड़ी क्षति है। वही, उनके साथ काम कर चुके तबला वादक पार्था मुखर्जी ने बताया कि उनकी गिनती चंद पखावज वादकों में होती थी। वह बेहद शालीन और मृदुभाषी थे। उनके निधन की सूचना मेरे लिए निजी क्षति है। उन्होंने पखावज वादन को आगे बढ़ाने का काम किया।

दिनेश प्रसाद के बेटे पीयूष ने बताया कि उनके पिता को पहले भी हार्ट अटैक आ चुका था। लेकिन वह पूरी तरह से स्टेबल थे। उन्हें कोई बड़ी समस्या नहीं थी। एक दिन पहले उन्होंने रिहर्सल भी किया था और कार्यक्रम के लिए वो सुबह ही घर से निकले थे।

अचानक ऐसे होती हैं कार्डियक अरेस्ट से मौत

लखनऊ के गोमतीनगर स्थिति डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के कार्डियोलॉजी के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ.भुवन चंद्र तिवारी कहते हैं कि शादी में डांस करते वक्त, स्टेज पर परफॉर्मेंस देते समय या फिर जिम में एक्सरसाइज करने के समय जान जा रही है। इसके पीछे बड़ा कारण पहले से ही हार्ट की किसी समस्या से ग्रस्त होना हो सकता है। हालांकि, ऐसा हर मामले में हो, यह भी जरूरी नहीं है।’

वही, कई बार ज्यादा एक्साइटमेंट से भी कार्डियक अरेस्ट हो सकता हैं। किसी नॉर्मल इंसान को भी यह आ सकता है। कई बार ज्यादा एक्साइटमेंट होने के कारण ‘एड एनर्जी ड्राइव’ बढ़ जाती है। हार्ट कोलैप्स कर जाता है।

हार्ट के मसल स्ट्रांग होने के कारण ‘एड एनर्जी ड्राइव’ के दौरान उनके मसल में सिकुड़न ज्यादा होने के केस भी सामने आए हैं। ऐसे समय में हार्ट का रिदम बिगड़ जाता है और कार्डियक अरेस्ट से अचानक मौत भी हो जाती है।

अकादमी अवार्ड से हो चुके थे सम्मानित
पखावज वादक दिनेश प्रसाद का जन्म मथुरा में 1 जून 1956 को हुआ था। इनके पिता पं. बाबू लाल मथुरा के पखावज वादक थे। पखावज वादन की शिक्षा उन्होंने अपने पिता और स्व. कुदऊ सिंह घराने से प्राप्त की थी। 2005 में उनको अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। उनकी तीन बेटियां, एक बेटा और पत्नी कमलेश हैं। दो बेटियों की शादी हो चुकी है।

2005 में मिला था यूपी संगीत नाटक अकादमी अवार्ड
सोमवार को दिनेश प्रसाद इलियास हुसैन खान, श्रीकांत शुक्ला और जीशान सिद्दीकी की मौजूदगी में लाइव परफॉरमेंस दे रहे थे। इस दौरान यह हादसा हुआ। दिनेश प्रसाद साल 1989 में यूपी संगीत नाटक अकादमी के कथक केंद्र में नौकरी मिलने के बाद मथुरा से लखनऊ आए गए थे। साल 2014 में वे वहां से रिटायर हो गए। अगले साल 2015 में उन्हें यूपी संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से नवाजा गया।

वे दूरदर्शन समेत कई रेडियो चैनल पर भी रेगुलर परफॉर करते थे। लखनऊ और झांसी महोत्सव में भी सालाना उनका परफॉरमेंस रहता था। कार्यक्रम के दौरान उनके साथ तबला पर रहे इलियास हुसैन ने बताया कि मैं उनके ठीक दाहिने तरफ बैठा था। इस दौरान ही उन्हें अचानक से कुछ समस्या लगी। स्टेज से ले जाते समय भी उन्होंने कहां कि कार्यक्रम मत रोको, मैं ठीक हो जाऊंगा। लारी ले जाते समय उन्हें CPR भी दिया जा रहा था।