- विपुल लखनवी ब्यूरो प्रमुख पश्चिमी भारत
पिछले दिनों संसद में भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने संसद के अध्यक्ष को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस की संसद महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने पूरे 5 वर्षों में जो 140 प्रश्न उठाए थे उनमें से 100 प्रश्न केवल एक ही व्यक्ति से संबंधित थे और जिनके कारण दर्शन हीरानंदानी नामक व्यापारी को बहुत फायदा हुआ था। जिसने की प्रश्न उठाने के लिए महुआ मोइत्रा को धन एवं बहुमूल्य गिफ्ट दी थी।
इस आरोप के उत्तर में महुआ मोइत्रा ने निशिकांत दुबे के ऊपर मानहानि का दावा दायर कर दिया जो कि सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुआ है। लेकिन अचानक ही दर्शन हीरानंदानी ने प्रश्न उठाने के लिए धनराशि देने की बात स्वीकार कर ली और यह आरोप लगाया की महुआ मोइत्रा ने उनको ब्लैकमेल तक किया है। 360 डिग्री नेट के समाचार पत्र के अनुसार अब ऐसा लगता है कि महुआ मोइत्रा का खेल खत्म हो गया है और संसद के कानून के अनुसार वह संसद की अपात्र घोषित की जाएगी और अगले चुनाव में भी नहीं खड़ी हो पाएंगी। कुल मिलाकर उनका राजनीतिक कैरियर दांव पर लग चुका है।