ललित मोदी की तरह ही बेटे की लग्जरी लाइफ:फैशन टीवी के ब्रांड हेड हैं रुचिर

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(www.arya-tv.com) IPL के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी के बेटे रुचिर मोदी इन दिनों काफी चर्चा में हैं। पिता की तरह उनकी लाइफ स्टाइल भी काफी लग्जरी है। क्रिकेट को लेकर भी काफी पैशनेट हैं। 28 साल के रुचिर मोदी सिगरेट बनाने वाली कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया (जीपीआई), फैशन टीवी सहित कई कंपनियों के डायरेक्टर हैं। 3 दिन पहले ही ललित मोदी ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाया है।

रुचिर ज्यादातर समय विदेश में ही रहते हैं। वह अक्सर सोशल मीडिया पर छुटि्टयां बिताते हुए फोटो शेयर करते रहते हैं। रुचिर लग्जरी याट में समय बिताते हैं, यहां तक कि कंपनी की मीटिंग भी याट से ही अटेंड करते हैं।

फैशन टीवी के ब्रांड हेड और मोदी वेंचर के फाउंडर हैं रुचिर
रुचिर जीपीआई के साथ-साथ मोदी एंटरप्राइजेज के तहत आने वाली अन्य कंपनियों में डायरेक्टर हैं। इसके साथ ही वे फैशन टीवी के भी ब्रांड हेड हैं। उन्होंने खुद मोदी वेंचर के नाम से एक कंपनी शुरू की है, जो टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट पर काम करती है। रुचिर ने 2013 में ब्रिटेन की संसद हाउस ऑफ कॉमन्स में भी बतौर इंटर्न काम किया है।

लंदन और मुंबई में अमेरिकन स्कूल से पढ़े
रुचिर मोदी ने अमेरिकन स्कूल ऑफ बॉम्बे और अमेरिकन स्कूल ऑफ लंदन से स्कूलिंग की है। इसके साथ ही, लंदन की रीजेंट यूनिवर्सिटी से ग्लोबल बिजनेस मैनेजमेंट में ग्रेजुएट भी हैं। उनकी बहन आलिया मोदी लंदन में ही इंटीरियर डिजाइन कंपनी चलाती हैं।

11 हजार करोड़ की संपत्ति पर झगड़ा
ललित मोदी के पिता केके मोदी का नवंबर 2019 में निधन होने के बाद परिवार का झगड़ा सामने आया था। मोदी परिवार की एक कंपनी है, मोदी एंटरप्राइजेज। बताया जाता है कि यह कंपनी करीब 11 से 12 हजार करोड़ रुपए की है। इस कंपनी के तहत कई और अन्य कंपनियां भी काम करती हैं। इसमें मुख्य रूप से सिगरेट बनाने वाली कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया(जीपीआई) भी शामिल है। गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया का मार्केट कैप इस समय 10 हजार करोड़ से ज्यादा का है। इस कंपनी की एमडी ललित मोदी की मां बीना मोदी हैं। यह कंपनी भारत की सबसे बड़ी तंबाकू कंपनियों में से एक है।

मीडिया रिपोट्‌र्स के मुताबिक, केके मोदी ग्रुप ने परिवार के सभी सदस्यों की शेयर होल्डिंग केके मोदी फैमिली ट्रस्ट में ट्रांसफर कर दी थी। जनवरी 2020 में खबरें आई थीं कि केके मोदी ग्रुप की सभी संपत्तियां बेची जा रही हैं। ललित मोदी ने भी ट्वीट कर इसकी पुष्टि कर कहा था कि ट्रस्ट के अन्य तीन ट्रस्टी बिजनेस चलाना चाहते हैं, जबकि मैं इसे बेचना चाहता हूं। ट्रस्ट की तरफ से ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंकर मॉर्गन स्टेनले, जेपी मॉर्गन सहित अन्य संस्थाओं से संपर्क भी किया गया था।

मोदी परिवार के सदस्यों के बीच प्रॉपर्टी का यह केस कोर्ट में भी चल रहा है। मीडिया रिपोट्‌र्स के मुताबिक दिसंबर 2021 में परिवार एक समझौते के करीब पहुंच गया था। इस समझौते के तहत 11 हजार करोड़ की संपत्ति में परिवार की हर ब्रांच में बराबर बांटी जानी थी।