प्राइवेट सेक्टर के IndusInd Bank के शेयर में जुलाई 2022 के बाद से सोमवार को अपने सबसे निचले स्तर पर लगभग 6 परसेंट की गिरावट आई. ऐसा तब हुआ, जब भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बैंक के सीईओ सुमंत कठपालिया के कार्यकाल को सिर्फ एक साल तक बढ़ाने की मंजूरी दी है. जबकि बोर्ड ने रिजर्व से अपने सीईओ के कार्यकाल को 3 साल तक बढ़ाने के लिए आवेदन किया था. लीडरशिप में बदलाव होने और व्यवसाय में अनिश्चितता को लेकर निवेशकों की चिंताएं बढ़ गई हैं.
यह है बैंक के लिए चिंता का विषय
ब्रोकरेज फर्म एक्सिस कैपिटल का ऐसा मानना है कि बैंक के सीईओ का कार्यकाल सिर्फ एक साल तक के लिए बढ़ाया जाना इंडसइंड बैंक के लिए चिंता का विषय हैं क्योंकि शॉर्ट टर्म पीरियड के लिए सीईओ की नियुक्ति किए जाने से आने वाले समय में बैंक का ध्यान नियामक दिशा-निर्देशों पर फोकस रहेगा. ऐसे में जाहिर तौर पर बैंक के ग्रोथ में सुस्ती आने की संभावना है. आज इंडसइंड बैंक के शेयर 5.4 परसेंट की गिरावट के साथ 886 रुपये के निचे स्तर पर आ गए, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में इसकी क्लोजिंग 936 रुपये पर हुई थी. इंडसइंड बैंक के शेयर का 52 हफ्तों का हाई लेवल 1576 रुपये है, जो 40 परसेंट की गिरावट के साथ 52 वीक के अपने लो लेवल 886 रुपये पर आ गया है
इतने घटाए गए टारगेट प्राइस
बैंक के शेयरों में आई इस भारी गिरावट की वजह से ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म UBS ने इसके स्टॉक को ‘Neutral’ से घटाकर ‘Sell’करते हुए टारगेट प्राइस को भी 1,070 रुपये से घटाकर 850 रुपये कर दिया. इसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सीईओ के कार्यकाल को सिर्फ एक साल तक के लिए बढ़ाना बैंक के निकट भविष्य के लिए चिंताजनक है क्योंकि इससे रणनीतिक दिशा में कमी और ग्रोथ धीमी होने की वजह से बैंक की रेटिंग और भी कम हो सकती है. इधर, नुवामा ब्रोकरेज ने बैंक के स्टॉक पर होल्ड रेटिंग को बरकरार रखते हुए टारगेट प्राइस को 1115 रुपये कर दिया है. BofA Securities ने भी बैंक के स्टॉक को ‘Buy’ से घटाकर ‘Underperform’ करते हुए टारगेट प्राइस को 1,250 रुपये से घटाकर 850 रुपये कर दिया है. ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने भले ही बैंक के स्टॉक पर ‘Buy’ की रेटिंग को बरकरार रखा हे, लेकिन टारगेट प्राइस को 1200 रुपये से घटाकर 1080 रुपये कर दिया है.