यह कोई धातु का टुकड़ा नहीं… बल्कि है 2600 साल पुराना भारत का पहला सिक्का, विचित्र है इसका आकार

# ## Agra Zone

(www.arya-tv.com)आगरा छीपीटोला स्थित एसबीआई बैंक के सामने तीन दिवसीय आगरा मुद्रा उत्सव 27, 28, 29 को लगाया जा रहा है. इस उत्सव में देश के कोने-कोने से सिक्कों का संग्रह करने वाले और खरीदने- बेचने वालों का ताता लगा हुआ है. इस प्रदर्शनी में आपको मुगल, ब्रिटिश, चंद्रगुप्त मौर्य द्वितीय, अकबर शाहजहां, शेरशाह सूरी, नूरजहां के समय के सिक्के देखने को मिलेंगे जो कि अपने आप में बेहद नायाब है.

इसके अलावा सबसे ख़ास प्रदर्शनी में विश्व भर के देशों के अलग-अलग नोट, रुपए, सिक्के भी मिल जाएंगे तो अगर आप भी पुराने सिक्कों का संग्रह करने की शौकीन है तो यह प्रदर्शनी आपके लिए परफेक्ट है. एक धातु के टुकड़े के आकार का सिक्का जिसे भारत का पहला सिक्का होने का दावा किया जाता है और यह 2600 साल पुराना है. चांदी की धातु से बना हुआ है.

बेंगलुरु से आए आर्ची मारू बताते है कि तीन पीढ़ियों से उनके घर मे पुराने सिक्कों के संग्रह और खरीदने बेचने का काम हो रहा है. वेआगरा मुद्रा उत्सव में एक अनोखा सिक्का लेकर आए हैं. आर्ची मारू का दावा है कि उनके पास जो धातु के टुकड़े जैसा दिखने वाला सिक्का है, वह 2600 साल पुराना है और इसे भारत का पहला सिक्का माना जाता है. यह सिक्का उन्हें गंधार वर्तमान में अफगानिस्तान से मिला.

प्रदर्शनी में है लाखों के नायाब सिक्के

प्रदर्शनी के आयोजन कर्ता रवि वर्मा बताते हैं कि उन्होंने आगरा में सिक्कों का संग्रह और क्रय विक्रय करने वालों के लिए एक नींव रखी है. तीन दिवसीय आगरा मुद्रा उत्सव का आयोजन किया गया है. शहर वासी इस उत्सव का हिस्सा बने. इस प्रदर्शनी में कोलकाता, बेंगलुरु, नासिक, नागपुर सूरत ,पंजाब, दिल्ली से पुराने सिक्के, नोट ,मेडल ,डाकटिकट पुरानी बेस कीमती धातु का कलेक्शन है और यहाँ 40 से अधिक स्टाल लगी हैं.

सिक्कों का है अलग इतिहास

समुद्रगुप्त मौर्य ने जब अश्वमेध यज्ञ किया था तब उन्होंने 30वी सदी में 335-380 के बीच एक सिक्का जारी किया था. जो कि सोने का था और उस पर घोड़े का निशान बना हुआ है. इसके अलावा इस प्रदर्शनी में विश्व भर के देशों के नोट, करेंसी, पुराने सिक्के भरमार है. इन सिक्कों की एक अलग ही इतिहास है. तो अगर आप भी पुरानी चीजों के ख़ासकर सिक्कों और नोटों का कलेक्शन करते हैं तो आपके लिए 27, 28, 29 तक इस प्रदर्शनी के दरवाजे खुले हुए हैं.