विश्व कप इतिहास में भारत की सबसे बड़ी जीत, सेमीफाइनल में टीम इंडिया, श्रीलंका को 55 रन पर समेटा

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(www.arya-tv.com) भारत ने विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। उसने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में गुरुवार (दो नवंबर) को श्रीलंका के खिलाफ 302 रन से जीत हासिल की। टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बनी। उसने विश्व कप इतिहास में रनों के हिसाब से अपनी सबसे बड़ी जीत हासिल की। इससे पहले उसने 2007 में बरमुडा को 257 रन से हराया था। भारत का अगला मुकाबला अब दक्षिण अफ्रीका से रविवार (पांच नवंबर) को होगा।

विश्व कप में ओवरऑल सबसे बड़ी जीत की बात करें तो इस मामले में ऑस्ट्रेलिया पहले स्थान पर है। उसने इसी संस्करण में नीदरलैंड के खिलाफ दिल्ली में 309 रन से जीत हासिल की थी। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारत ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 357 रन बनाए। जवाब में श्रीलंकाई टीम 55 रन पर सिमट गई। वनडे में भारत के खिलाफ यह उसका दूसरा न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले इसी साल एशिया कप में वह 50 रन पर ऑलआउट हो गई थी।

भारत की इस विश्व कप में यह लगातार सातवीं जीत है। उसे एक मैच में भी हार का सामना नहीं करना पड़ा है। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और श्रीलंका को हराया है। उसे अब दक्षिण अफ्रीका और नीदरलैंड के खिलाफ खेलना है। दूसरी ओर, श्रीलंका सात मैचों में यह पांचवीं हार है। उसे अब बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैच खेलने हैं। सेमीफाइनल में उसे पहुंचने के लिए दोनों मुकाबलों में जीत के बाद अन्य देशों के नतीजों पर निर्भर रहना होगा।

भारत के तेज गेंदबाजों ने श्रीलंकाई बल्लेबाज को टिकने ही नहीं दिया। पारी की पहली ही गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने पथुम निसांका को शून्य पर एलबीडब्ल्यू कर दिया। इस झटके से श्रीलंकाई टीम अंत तक उबर नहीं पाई। भारत के लिए मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा पांच विकेट लिए। मोहम्मद सिराज ने तीन विकेट अपने नाम किए। जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा को एक-एक सफलता मिली।

शमी ने इस विश्व कप में दूसरी बार पांच विकेट लिए। वह विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए। उनके विश्व कप में अब 45 विकेट हो गए। उन्होंने जहीर खान और जवागल श्रीनाथ को पीछे छोड़ा। जहीर और श्रीनाथ ने 44-44 विकेट लिए थे। शमी को शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

श्रीलंका की पारी की बात करें तो उसके लिए सबसे ज्यादा 14 रन कसून रजिता ने बनाए। उनके अलावा महीश तीक्ष्णा और एंजेलो मैथ्यूज ने 12-12 रन बनाए। श्रीलंका के पांच बल्लेबाज शून्य के स्कोर पर आउट हुए। पथुम निसांका, दिमुथ करुणारत्ने, सदीरा समरविक्रमा, दुशन हेमंता और दुश्मंथा चमीरा खाता नहीं खोल पाए। वहीं, आठ बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए। भारत के लिए मोहम्मद शमी ने पांच विकेट लिए। मोहम्मद सिराज ने तीन और जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिया।

इससे पहले भारत के लिए शुभमन गिल ने सबसे ज्यादा 92 रन की पारी खेली। वहीं, विराट कोहली ने 88 और श्रेयस अय्यर ने 82 रन बनाए। भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही थी। कप्तान रोहित शर्मा को पारी की दूसरी ही गेंद पर दिलशान मदुशंका ने क्लीन बोल्ड किया था। वह चार रन बना सके थे। इसके बाद विराट कोहली ने शुभमन गिल के साथ दूसरे विकेट के लिए 189 रन की साझेदारी निभाई। इस साझेदारी को मदुशंका ने तोड़ा। उन्होंने शुभमन को नर्वस नाइंटीज में विकेटकीपर कुसल मेंडिस के हाथों कैच कराया। शुभमन 92 गेंद में 92 रन बनाकर आउट हुए। अपनी पारी में उन्होंने 11 चौके और दो छक्के लगाए। इसके बाद विराट भी शतक से चूक गए। उन्हें मदुशंका ने निसांका के हाथों कैच कराया।

विराट ने 94 गेंद में 11 चौके की मदद से 88 रन की पारी खेली। इसके बाद श्रेयस अय्यर और केएल राहुल ने 46 गेंद में 60 रन की ताबड़तोड़ साझेदारी की। राहुल 19 गेंद में 21 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें दुष्मंथा चमीरा ने आउट किया। सूर्यकुमार यादव कुछ खास नहीं कर सके। वह नौ गेंद में 12 रन बनाकर आउट हुए। इस बीच श्रेयस ने वनडे करियर का 16वां अर्धशतक जड़ा। उन्होंने 36 गेंद में पचास रन पूरे किए। श्रेयस को मदुशंका ने पवेलियन भेजा। वह 56 गेंद में तीन चौके और छह छक्के की मदद से 82 रन बनाकर आउट हुए। मोहम्मद शमी दो रन बनाकर आउट हुए। वहीं, रवींद्र जडेजा 24 गेंद में एक चौका और एक छक्के की मदद से 35 रन की पारी खेली। भारतीय पारी की आखिरी गेंद पर जडेजा रन आउट हुए। श्रीलंका की ओर से मदुशंका ने पांच विकेट लिए, जबकि चमीरा को एक विकेट मिला।