एस्कॉर्ट के सिपाहियों ने TTE का सिर फोड़ा:वर्दी का रौब दिखाकर गुंडागर्दी,

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(www.arya-tv.com)  गोरखपुर से भटिंडा जाने वाली गोरखधाम एक्सप्रेस मंगलवार देर रात कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंची तो हंगामा हो गया। TTE ने RPF के दो एस्कॉर्ट सिपाहियों को नीचे उतरने के लिए कहा तो सिपाही गुंडई पर उतारू हो गया। सिपाहियों ने TTE को बेरहमी से पीटा और उसका सिर फोड़ दिया। TTE का आरोप है कि वर्दी का रौब दिखाते हुए सिपाहियों ने उस पर हमला किया। अन्य यात्रियों ने इसका विरोध किया तो सिपाही पीछे हटे। GRP ने आरोपी सिपाहियों को हिरासत में लिया है।

TTE बोला- सिपाहियों ने ट्रेन से फेंकने की कोशिश की
कानपुर अनवरगंज-गोरखपुर-भटिंडा जाने वाली गोरखधाम एक्सप्रेस मंगलवार रात कानपुर सेंट्रल के प्लेटफॉर्म नंबर सात पर आकर रुकी। TTE राम बख्श ने बताया, “लखनऊ से ट्रेन चलने पर एक सीट पर एस्कॉर्ट के दो सिपाही बैठे थे। मैंने उनसे पूछा तो बोले कानपुर तक जाना है। इस पर मैं आगे बढ़ गया। ट्रेन सेंट्रल स्टेशन पर रुकी, लेकिन सिपाही नहीं हटे। जब मैंने उनसे कहा कि सीट पर दूसरे यात्रियों को बैठना है, आप उठ जाएं। इस पर सिपाही वर्दी का रौब दिखाने लगे और ट्रेन से बाहर फेंकने की धमकी देते हुए धक्का मारा।”

आरोपी सिपाही हिरासत में
TTE ने बताया, “सिपाहियों ने गाली-गलौज करते हुए उनका कॉलर पकड़ लिया। विरोध पर बेरहमी से पीटा। ट्रेन में धक्का मार कर सिर फोड़ दिया। माथे और सिर पर गहरे घाव हो गए। खून बहता देख यात्रियों ने भी बचाव किया।”

सिपाहियों के विरोध में नीचे उतरकर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर GRP पहुंची। किसी तरह समझाकर मामला शांत कराया। इस कारण ट्रेन लेट भी हुई। TTE की लिखित शिकायत दी है जिस पर दोनों सिपाहियों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि दोनों सिपाही लखनऊ के हैं।

सिपाहियों को बचाने के लिए मारपीट की धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
गंभीर मामले में GRP के जिम्मेदार अफसर आरोपी सिपाहियों को बचाने में जुट गए हैं। घटना के लगभग 12 घंटे बाद घायल TTE का मेडिकल कराने के कागजात तैयार किए गए। इस संदर्भ में जब GRP इंस्पेक्टर आरके द्विवेदी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मारपीट कि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि मामूली धाराओं को लगाकर आरोपी बचाए जा रहे हैं। सिपाहियों पर तो आरोप है कि हत्या करने के इरादे से TTE को ट्रेन के नीचे फेंकने की कोशिश की गई थी। उनका जवाब था कि यदि TTE मर गया तो धारा 302 लगा कर आरोपी सिपाहियों को जेल भेज देंगे।