आगरा में यमुना के घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब, गूंजते रहे छठ मइया के जयकारे

# ## Agra Zone

(www.arya-tv.com)  आगरा में यमुना के घाटों पर छठ पर्व के आखिर दिन सोमवार सुबह आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। छठ मइया के जयकारे गूंजते रहे। उगते सूरज को अर्घ्य देकर महिलाओं ने व्रत का पारण किया। आज सुबह मौसम ठंडा था। महिलाएं रातभर जागरण करने के बाद यमुना के घाटों पर पहुंचीं।

उगते हुए सूरज को अर्घ्य देकर व्रती महिलाओं ने छठ मइया की पूजा की। श्रद्धालु ठेकुआ, केला, नारियल, पपीता, सेब, अनार, सिंघाड़ा, संतरा, नीबू, अदरक, कद्दू मूली आदि की टोकरी और गन्ना लेकर बल्केश्वर, रामबाग, दशहरा, हाथी घाट, कैलाश घाट पर पूजन के लिए पहुंचे।

जनप्रतिनिधि और प्रमुख लोग पहुंचे घाटों पर
घाट के किनारे वेदी बनाकर विधि-विधान से पूजा की गई। व्रतियों ने सूर्य देव को अर्घ्य देकर परिवार की खुशहाली की कामना की। घाटों और घरों में मनोकामना पूरी होने पर कोसी भरी गई। बल्केश्वर घाट पर विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल भी पहुंचे और श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ाया। इस मौके पर पूर्वांचल कमेटी के संरक्षक अशोक चौबे भी मौजूद रहे।

शाम को बल्केश्वर घाट पर आरबीएस डिग्री कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर विजय श्रीवास्तव, नगर निगम सीएचसी सेंटर के डिप्टी सेक्रेटरी राकेश शुक्ला, सपा नेत्री प्रवीणा पालीवाल, कृष्णा सिंह आदि ने श्रद्धालुओं के बीच रहकर छठ पर्व पर खुशी व्यक्त की।

परिवार की खुशहाली के लिए कामना की
प्रकृति को समर्पित और सूर्य की उपासना का 4 दिवसीय छठ पर्व नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ। पहले दिन महिलाओं ने स्नान के बाद घर में ही हाथ की चक्की से चावल और गेहूं पीसे और उससे भोजन तैयार किया। दूसरे दिन खरना में महिलाएं पूरे दिन व्रत रहीं और शाम को सूर्य भगवान को खीर और रोटी या फिर पूड़ी का भोग लगाया।

तीसरे दिन रविवार को पूरे दिन महिलाएं निराहार व्रत रखा और शाम को अस्त होते सूर्य को यमुना के घाटों पर पहुंचकर अर्घ्य दिया। आज सुबह सोमवार को उगते सूर्य देव को अर्घ्य देकर उनकी उपासना की और व्रत का पारण किया गया। तीन दिन महिलाओं ने कठोर व्रत रखकर परिजनों की समृद्धि और कल्याण के लिए कामना की।