पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में दिनदहाड़े मुस्लिम युवक ने मंदिर में घुसकर मूर्तियों पर कर दी पेशाब

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  • विपुल लखनवी ब्यूरो प्रमुख पश्चिमी भारत

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी या नेट पर बुलाया जानेवाला नाम ममता बानो, कोई भी नाम हो उसने सारे हिंदू विरोधी कार्यो को करने की छूट मुस्लिम मतदाताओं को दे रखी है। जहां पर इनकी संख्या अधिक है वहां पर हिंदुओं पर अत्याचार दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। किंतु ममता की अंधी आंखें वोटों की ममता के कारण कुछ नहीं देख पाती है। वहीं बंगाल में हिंदू मतदाता तो जन्मजात अंधा होता है इसलिए वह तो जाग ही नहीं सकता।

ऐसी ही एक घटना जो वीडियो नेट पर वायरल हो रहा है और जिसको देखकर किसी भी धार्मिक हिंदू का खून खौल जाता है। वोटों के लिए अंधी ममता केवल मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए ही काम करती है।

मुर्शिदाबाद जिले की सालार ब्लॉक के अंतर्गत कंदार नामक एक गांव है पर मुस्लिम बहुसंख्यक हैं। वहां पर आए दिन हिंदुओं को प्रताड़ित किया जाता है। हद तो तब हो गई जब मोहम्मद आरा शेख नामक युवक ने शिव मंदिर में घुसकर मूर्तियों के ऊपर पेशाब कर दिया।

इसका कारण यह है जब कोई इलाका मुस्लिम बहुसंख्यक हो जाता है तो आसमानी किताब के अनुसार चलना शुरू कर देता है। जिसमें काफिरों के साथ कुछ भी करना जायज है चाहे वह गैर मानवीय क्यों न हो।

फिलहाल पश्चिम बंगाल में हिंदू मुस्लिम भाईचारा ऐसे ही चलता है। लेकिन प्रश्न यह उठता है यह सब देखकर के भी क्या हिंदू जागेगा? ऐसी आशा दिखती नहीं है क्योंकि वह किसी गधे की पिटता रहता है और अपनी हरी घास पर ही ध्यान रखना है।

यह लाख टके का प्रश्न है कि भारत का भविष्य क्या है क्या हिंदू मतदाता हमेशा की तरह सोता रहेगा और भारत में गजवा ए हिंद को सफल होने में सहयोग करेगा। इसका उत्तर तो भविष्य के गर्त में ही छिपा हुआ है।

समाचार लिखने तक वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने युवक को गिरफ्तार तो कर लिया है लेकिन यह निश्चित है उसपर कार्यवाही नहीं होगी क्योंकि यही ममता बनर्जी की पुलिस की रणनीति होती है। हिंदुओं पर अत्याचार होने के बाद पुलिस अत्याचारियों को गिरफ्तार तो कर लेती है लेकिन फिर कुछ दिनों बाद उनको बाइज्जत बरी कर छोड़ देती है। ऐसा अनेक केस में हुआ है। यदि कोई न्यायालय में चला जाता है तब पुलिस उसे पर कार्रवाई करने को मजबूर हो जाती है। देखना यह है कि ममता सरकार क्या फैसला करती है?