गोरखपुर में पुलिस चौकी के बगल में चल रहा अवैध स्टैंड, प्रति वाहन वसूले जाते हैं 100 से 500 रुपये- ऊपर तक जाता है चढ़ावा

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गोरखपुर (www.arya-tv.com) पैडलेगंज में पुलिस चौकी के पास परिवहन माफिया अवैध तरीके से बस स्टैंड चला रहे हैं। शासन के आदेश पर प्रशासन व पुलिस ने अभियान चलाकर कोरम तो पूरा कर लिया लेकिन यह बस स्टैंड बन नहीं हुआ।अधिकारियों की आंख के सामने सुविधा शुल्क देकर इस स्टैंड से दिल्ली, लखनऊ के साथ ही स्थानीय डग्गामार बसें फर्राटा भर रही हैं।

अधिकारियों का भी होता है हिस्सा

पैडलेगंज से बसों को चलवाने का ठीका एक दबंग ने ले रखा है। यहां से सवारी भरने वाली बसों के मालिक से प्रति चक्कर 100 से 500 रुपये लिए जाते हैं। शहर से बाहर से गुजरने वाली दूसरे जिले की गाड़ियों के लिए अलग-अलग रेट तय हैं। स्थायी रूप से चलने वाली गाड़ियों से तीन हजार रुपये प्रति माह लिए जाते हैं। पैडलेगंज में जिस जगह पर अवैध स्टैंड चल रहा है वह नगर निगम का भूसा स्टैंड था। वसूली की शिकायत पर अधिकारियों ने भूसा स्टैंड को बंद कर दिया। वसूली करने वाले दावा करते हैं कि पुलिस, परिवहन और नगर निगम के अधिकारी भी इसमें हिस्सा लेते हैं।

वसूली को लेकर हो चुका है विवाद : पैड़लेगंज में अवैध स्टैंड से चलने वाली बस और ट्रैवलर से वसूली को लेकर दो साल पहले मारपीट व बवाल हुआ था।जिसका मुकदमा कैंट थाने में दर्ज हुआ है।स्टैंड से चलने वाली गाड़ियों से वसूली किए जाने का मामला सामने आने पर कार्रवाई हुई थी।तत्कालीन आइजी जेएन सिंह के सख्ती दिखाने पर पुलिस ने स्टैंड बंद करा दिया लेकिन कुछ दिन बाद फिर शुरू हो गया।

सीओ के गनर से भिड़ गया था बस मालिक : डग्गामारी पुलिस और परिवहन विभाग के लिए कमाई का एक बड़ा जरिया है।पैडलेगंज स्थित अवैध स्टैंड के कारण चौराहे पर जाम भी लगता।दो साल पहले सीओ ने स्टैंड बंद कराने का प्रयास किया तो एक बस मालिक गनर से ही भिड़ गया और देख लेने की धमकी देने लगा।कार्रवाई के विरोध में बस मालिक के पक्ष में कई सफेदपोश खड़े हो गए थे।जिसके बाद पुलिस व प्रशासन के अधिकारी बैकफुट पर चले आए।

अभियान चलाकर अवैध स्टैंड और वहां चलने वालों वाहनों पर कार्रवाई की गई है। पैडलेगंज में पुलिस चौकी के पास स्थित अवैध स्टैंड पर कार्रवाई की जाएगी। नगर निगम की मदद से यहां खड़ी होने वाली बसों को हटाया जाएगा। मनमानी करने वालों पर कार्रवाई होगी। – डा. एमपी सिंह, एसपी यातायात।