- रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन के नियमों के तहत ही खुलेंगे प्रविवि से संबद्ध कालेजों के आफिस : प्रो.विनय पाठक कुलपति एकेटीयू
- केवल 33 प्रतिशत कर्मचारियों को ही अनुमति
- जिन कर्मचारियों के पास साधन हैं उन्हीं को बुलाए
- फीस और कर्मचारियों को वेतन
- क्लास की साफ—सफाई जरूर करा लें
- जुलाई और अगस्त माह में हो सकती हैं परीक्षांए
(www.arya-tv.com)पूरे देश में फैले कोरोना संक्रमण के बीच जहां एक तरफ इस वायसर के बचाव के लिए शासन प्रशासन द्वारा विभिन्न प्रकार के रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन बनाकर लॉकडॉउन में कुछ जरूरी कार्यों के लिए ढील दी जा रही है वही दूसरी ओर शिक्षा क्षेत्र से जुड़े डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) भी नियमों के तहत कालेजों के आफिस खोलने और कर्मचारियों को बुलाकर आगामी जुलाई और अगस्त माह में विद्यार्थियों की परीक्षा कराने की नियमबद्ध योजना बना रहा है, इसी विषय पर आर्य टीवी द्वारा डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के कुलपति प्रो.विनय पाठक से विस्तृत बात की गयी। जिसके अंश इस कुछ इस प्रकार हैं।
- रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन के नियमों के तहत ही खुलेंगे कालेजों के आफिस
एकेटीयू के कुलपति प्रो.विनय पाठक ने कालेजों के आफिस खोलने और कर्मचारियों को बुलाने पर स्पष्ट कहा है कि पूरे प्रदेश में शासन द्वारा जो रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन निर्धारित किये गये हैं उन्हीं नियमों को ध्यान में रखकर ही कालेजों के आफिस को खोले जायेंगे। जिससे के कोरोना का संक्रमण न फैले और जरूरी कार्य भी धीरे—धीरे होते रहे। इसमें श्री पाठक द्वारा मुख्यत: इस बात जोर दिया गया है कि जिलाधिकारी द्वारा बनाये गये नियमों के तहत ही किसी भी कालेजों के आफिस को खोला जायेगा। अन्यथा एकेटीयू की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
- केवल 33 प्रतिशत कर्मचारियों को ही अनुमति
प्रो.पाठक ने बताया कि सरकार द्वारा बनाये गये नियमों को ध्यान में रखकर जो भी कालेज अपने आफिस को खोलेगा वह अभी सिर्फ 33 प्रतिशत कर्मचारी ही बुलाकर जरूरी कार्य करेंं। इसके साथ ही अगर ग्रीन और ऑरेंज जोन हैं जहां पर छूट ज्यादा दी गयी है वहां पर भी जिलाधिकारी द्वारा जारी किये गये आदेशों के तहत कर्मचारियों को बुलाया जा सकता है। कुल मिलाकर श्री पाठक का स्पष्ट कहना है कि जिलाधिकारी द्वारा बनाये गये नियमों के तहत ही कार्य किया जाना है।
- जिन कर्मचारियों के पास साधन हैं उन्हीं को बुलाए
प्रो.पाठक का स्पष्ट कहना है कि घर से आफिस उन्हीं कर्मचारियों को बुलाया जाए जिनके पास अपने साधन उपलब्ध हैं अन्यथा अभी न बुलाया जाए क्योंकि जोनों के हिसाब से अभी बसों को चलाने की अनुमति मिलने में देरी लग सकती है। ऐसी स्थिति में सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही कार्य किया जाए और जिन कर्मचारियों के पास अपने साधन हो उन्हीं को बुलाया जाए।
- क्लासों की साफ—सफाई और आफिस संबंधित जरूरी कार्य
प्रो.पाठक ने इस बताया कि एकेटीयू ने अभी कालेज के आफिसों को खोलने के अनुमति सिर्फ इसलिए दी है कि आगामी माह जुलाई और अगस्त में विद्याथियेां की जो परीक्षांए प्रस्तावित हैं उनके लिए क्लास रूम में साफ—सफाई और आफिस के जरूरी कार्य जिसमें शिक्षा से जुड़े पत्रों का आदान प्रदान करना है।
- फीस और कर्मचारियों को वेतन
प्रो.पाठक ने कहा है कि कोरोना काल में जहां पूरे विश्व में आर्थिक संकट की स्थिति पैदा हो गया है वहीं दूसरी ओर कालेजों में भी आर्थिक संकट की स्थिति बन गयी है इसी को ध्यान में रखकर जब आफिस खुले तो छात्र—छात्राओं से फीस और कर्मचारियों के वेतन का काम किया जाए। क्योेंकि जब कर्मचारी आयेगा तो वेतन भी देना होगा।
- क्लास की साफ—सफाई जरूर करा लें
प्रो.पाठक ने स्पष्ट कहा है कि जब कोरोना के चलते जबसे विद्यालय बंद हैं तो वहां क्लासों में साफ—सफाई होना जरूरी है। जिससे कि आगामी जुलाई ओर अगस्त माह में परीक्षाएं हो तो वह सही वातावरण में हो।
- जुलाई और अगस्त माह में हो सकती हैं परीक्षांए
प्रो.पाठक ने कहा कि अगर कोरोना का संंक्रमण कम हुआ और जिला प्रशासन के अनुमति दी तो चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा जुलाई में और प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षा अगस्त में हो सकती है।
इन सब बातों से यह स्पष्ट हो जाता है कि एकेटीयू ने सिर्फ अपने अधीन आने वाले कालेजों को आफिस खोल कर जरूरी कार्य और क्लासों की साफ—सफाई का कार्य किये जाने के लिए सिर्फ एक एडवायजरी जारी की है पर जो भी संस्थान कालेज खोलेंगे वो जिला प्रशासन द्वारा बनाये गये नियमों का पालन जरूर करें। जिससे कि कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सके और भविष्य में छात्र—छात्राओं की पढ़ाई भी सुचारू रूप से चल सके।