इतिहास गवाह है….. जिस दल का बना विधायक उसकी पार्टी की ही बनी सरकार

Varanasi Zone

सुल्तानपुर से रवि शुक्ला की खास रिर्पोट..

(www.arya-tv.com)सुलतानपुर। यूपी में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। भाजपा को दोबारा सत्ता में लाने के लिए पीएम मोदी 13 रैलियां करके पूर्वी छोर से पश्चिमी छोर तक सूबे को कवर कर चुके हैं। उन्होंने राम की नगरी अयोध्या से सटे सुल्तानपुर की सदर विधानसभा (जयसिंहपुर) के अरवलकीरी करवत में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण कर जनसभा को संबोधित करते हुए चुनावी शंखनाद किया था। इस सीट का इतिहास यह है कि यहां से जिस पार्टी का विधायक जीता, प्रदेश की सत्ता उसके ही हाथ लगी। 2017 में अखिलेश यादव ने भी यही से शंखनाद किया था, लेकिन उन्हें करारी हार मिली थी। ऐसे में अहम सवाल यह है कि जहां से अखिलेश फेल हुए हैं, क्या वहां से मोदी-योगी पास हो जाएंगे।

  • 2012 में परिसीमन के बाद सदर सीट के नाम से जाना गया

जानकारों के मुताबिक आजादी के बाद से हुए विधानसभा चुनावों में जिस पार्टी का विधायक सदर से चुना गया। प्रदेश की सत्ता की कुर्सी उसी के पाले में गई। 2012 विधानसभा चुनाव से पहले यह विधानसभा क्षेत्र जयसिंहपुर के नाम से जाना जाता था। 2012 के विधानसभा चुनाव में जयसिंहपुर का नाम बदलकर सदर कर दिया गया। उस समय लोग यही कयास लगा रहे थे कि अबकी बार नाम बदला है तो शायद इतिहास भी बदल जाएगा, लेकिन 2012 के चुनाव में सदर सीट पर सपा के टिकट पर चुनाव लड़े अरुण वर्मा विधायक चुने गए और सपा की सरकार बन गई। पुराना इतिहास कायम रहा। 2017 के चुनाव में इस सीट पर अंतिम समय में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने आए सीताराम वर्मा विधायक बन गए और भारतीय जनता पार्टी की यूपी में भारी बहुमत से सरकार बन गई। क्या 2022 में सदर का इतिहास कायम रहेगा? क्या बीजेपी फिर से इस सीट पर पताका फहराएगी? या फिर सपा, बसपा, कांग्रेस के अलावा कोई अन्य दल इस सीट पर अपना परचम लहराएगा।

  • इस बार चारों प्रमुख पार्टियों में होगा मुकाबला

मौजूदा समय में यहां बीएसपी से ओपी सिंह के चुनाव लड़ने की चर्चा है। वहीं सपा से पूर्व विधायक अरुण वर्मा क्षेत्र में जुटे हैं, लेकिन उनके टिकट को भी लेकर तरह-तरह की चर्चाएं है। कांग्रेस से पार्टी जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा दावेदारी में हैं। जबकि भाजपा से वर्तमान विधायक के टिकट पर तलवार लटक रही है। यहां से भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. आरए वर्मा, मेनका गांधी के खास बृजेश वर्मा और विधायक अपने पुत्र के टिकट के लिए लाइन में हैं। ऐसे में इस बार यहां चुनावी लड़ाई देखने योग्य है।

  • वर्तमान विधायक का रिपोर्ट कॉर्ड

सदर विधायक सीताराम वर्मा ने बताया कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में पिछले 5 साल में ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूलमंत्र को ध्यान में रखकर हर क्षेत्र में कार्य किया गया है। केंद्र और प्रदेश सरकार ने बिना भेदभाव के हर तबके को सहारा दिया। सदर विधानसभा के लघु एवं सीमांत किसानों का एक लाख का ऋण माफ किया गया। गरीबों को आवास, भूखे को मुफ्त अनाज और बीमार लोगों के इलाज की व्यवस्था की गई। सदर विधानसभा में 1,32,000 से अधिक किसानों को ‘किसान सम्मान निधि’ का लाभ दिया गया। 10,977 लघु एवं सीमांत किसानों का एक लाख का ऋण माफ किया गया। डीबीटी योजना के साथ ही अन्य योजनाओं का लाभ किसानों को दिलाया गया। श्रमिकों का पंजीयन कराकर उन्हें विभिन्न योजनाओं में 2.63 करोड़ का वित्तीय लाभ दिलाया गया। पंचायतीराज विभाग द्वारा 3 अंत्येष्टि स्थल का निर्माण एवं दो अंत्येष्टि स्थल का प्रस्ताव कराया गया। मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अंतर्गत 46 लाख की लागत से पाण्डेयबाबा धाम का सौंदर्यीकरण कराया गया। करिया बझना देव स्थल के सौंदर्यीकरणके लिए करीब 30 लाख का बजट स्वीकृत। मोतिगरपुर से दोस्तपुर मार्ग के लिये ढाई करोड़ स्वीकृत। धोपाप के सौंदर्यीकरण के लिए 50 लाख स्वीकृत। धोपाप- कादीपुर मार्ग के लिए 17 करोड़ स्वीकृत। निर्माणाधीन अग्निशमन केंद्र के लिए 9.13 करोड़। डीहढग्गूपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 5.56 करोड़। सीएचसी ऑक्सीजन प्लांट के लिए 46 लाख और बिरसिंहपुर संयुक्त चिकित्सालय आक्सीजन प्लांट के लिए एक करोड़। दो विधानसभा को जोड़ने वाले बभनगवां घाट पर 21.72 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा 185 सामुदायिक शौचालयों, 64673 व्यक्तिगत शौचालयों व 72 पंचायत भवनों का निर्माण कराया गया है। पेंशन योजना के अंतर्गत समाज कल्याण विभाग द्वारा 9,433 से अधिक लाभार्थियों को पेंशन मुहैया कराई गई। पांच सौ से अधिक लाभार्थियों को शादी अनुदान व एक लाभार्थियों को राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ दिलाया गया। पूर्वांचल निधि, त्वरित आर्थिक विकास योजना, विधायक निधि से सड़कों का निर्माण कराया गया। 486 इंडिया मार्का हैंडपंप एवं 406 सोलर लाइट के साथ ही प्रमुख बाजारों में हाईमास्ट लाइट की स्थापना की गई। क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य के लिए डेढ़ करोड़ की धनराशि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से स्वीकृत कराई गई। विधायक ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी उनके द्वारा कार्य किया गया है। कटरा चुग्घूपुर राजकीय महाविद्यालय में इस सत्र से शिक्षण कार्य शुरू कराया गया। बिरसिंहपुर संयुक्त चिकित्सालय के संचालन के लिए प्रयासरत।

  • सदर विधानसभा क्षेत्र का इतिहास

1952 में कांग्रेस से नाजिम अली विधायक- कांग्रेस की सरकार
1957 में मो.समी कांग्रेस से विधायक -कांग्रेस की सरकार
1962 में रमाकांत सिंह कांग्रेस से विधायक- कांग्रेस की सरकार
1967 में श्रीपति मिश्र कांग्रेस से विधायक- कांग्रेस की सरकार
1969 में शिव कुमार पाण्डेय कांग्रेस से विधायक- कांग्रेस की सरकार
1974 में शिव कुमार पाण्डेय कांग्रेस से विधायक- कांग्रेस की सरकार
1977 में मकबूल खान जनता पार्टी से विधायक- जनता पार्टी की सरकार
1979 में रामलखन दूबे कांग्रेस से विधायक- कांग्रेस की सरकार
1980 में देवेंद्र पाण्डेय-कांग्रेस से विधायक- कांग्रेस की सरकार
1985 में देवेंद्र पाण्डेय कांग्रेस से विधायक- कांग्रेस की सरकार
1989 में सूर्यभान सिंह जनता दल से विधायक- जनता दल की सरकार
1991 में अर्जुन सिंह भाजपा से विधायक- भाजपा की सरकार
1993 में अब्दुल रईस सपा से विधायक- सपा की सरकार
1996 में राम रतन यादव बसपा से विधायक- बसपा की सरकार
2002 में ओ.पी. सिंह बसपा से विधायक- बसपा की सरकार
2007 में ओ.पी. सिंह बसपा से विधायक- बसपा की सरकार
2012 में अरुण वर्मा सपा से विधायक- सपा की सरकार
2017 में सीताराम वर्मा भाजपा से विधायक- भाजपा की सरकार

  • सदर सीट के आंकड़े

कुल मतदाता-340121
पुरुष मतदाता-176543
महिला मतदाता- 163578
नए मतदाता- 17684