yamuna ke jaharile jhag me banate chhath

दिल्ली के प्रदूषित जल में लाचार छठ, यमुना के जहरीले झाग में सूर्य देव को अर्घ्य

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(www.arya-tv.com) दीपावली में दिल्ली सरकार ने पटाखों की बि​क्री पर रोक लगा दी थी ताकि दिल्ली की हवा में का धुआँ न फैले। जिसके बाद भी दिल्ली में आतिशबाजी देखने को मिली। दीपावली के बाद दिल्ली की हवा दुषित हो गई। तो वहीं, छठ के मौके पर जल प्रदूषण की तस्वीरें भी समाने आई। हालांकि, ये कोई नई बात नहीं ​है कि छठ पूजा के दौरान हर साल ऐसी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होती है। दिल्ली के कारखानों से निकलता गन्दा पानी यमुना नदी के जल में जहर घोलता है। दिल्ली सरकार एक तरह दीवाली पर पटाखे ना जलाने पर रोक लगा देती है, तो दूसरी तरह दिल्ली में जल प्रदूषण को किसी दूसरी पार्टी के सिर पर डाल देती है। फिर एक-दूसरे के ऊपर आरोप लगाने लगते हैं।

बता करते हैं छठ पूजा की, ​छठ को डाला छठ, छठी माई पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा आदि कई नामों से भी जाना जाता है। कोविड-19 के चलते दिल्ली में छठ पूरा के कार्यक्रमों को लेकर रोक लगा दी गई। छठ पूजा 4 दिवसीय चलने वाला त्यौहार है, छठ में सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तालाब या नदी में खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य दान किया जाता है। वहीं, दिल्ली की यमुना नदी ​के प्रदूषित जल में लोग अर्घ्य देने के लिए मजबूर हैं। सरकार नदी को स्वच्छ बनाने के दिए पैसा तो खर्च करती है लेकिन उसमें पूर्णता असफल है।

दिल्ली के कालिंदी कुंज के पास यमुना नदी के जहरीले झाग वाले पानी में कई लोग नहाते हुए तो कई लोग उस में सूर्य को अर्घ्य देेते दिखें। यमुना के जल में अमोनिया का स्तर काफी बढ़ गया है। फैक्ट्रियों, रंगाई उद्योगों, धोबी घाटों और घरों में इस्तेमाल होने वाले डिटर्जेंट के कारण अपशिष्ट जल में फॉस्फेट की मात्रा अधिक हो जाती है, जो यमुना नदी में जहरीले झाग के बनने का कारण है।

अब ऐसे में राजनीति ना हो ये भला कैसे हो सकता ​है। भाजपा के दिल्ली के पूर्व अध्यक्ष मनोज ​तिवारी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि यमुना ​नदी की स्थिती को देखकर छठ की इजाजत नहीं दी, नहीं तो उनकी पोल खुल जाती है। जिसके बाद दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार ने यमुना नदी में जहरीला पानी छोड़ा है और यमुना में नजर आ रहे प्रदूषित झाग की वजह हरियाणा का विषैला पानी है।