स्वास्थ्य की सुरक्षा होगी ऐसे, जिला ऑरेंज जोन में सख्ती रेड जोन जैसी

Gorakhpur Zone

गोरखपुर।(www.arya-tv.com) चार मई सोमवार से शुरू हो रहे तीसरे चरण के लॉकडाउन में भी गोरखपुर में कोई राहत नहीं मिलेगी। जिला भले ही ऑरेंज जोन में है, लेकिन सख्ती रेड जोन की तरह ही रहने वाली है। लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन सख्ती बनाए रखने की तैयारी में लगा है।

जरूरी सामानों को लेकर जो व्यवस्था चल रही है, वह जारी रहेगी। भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार रेड, ऑरेंज एवं ग्रीन जोन के जिलों में सशर्त छूट देने का प्रावधान है पर, इसे लेकर प्रदेश सरकार की ओर से शनिवार शाम तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई थी।

स्थानीय जिला प्रशासन किसी प्रकार की नई छूट देने के पक्ष में नहीं है। जो व्यवस्था पहले से लागू है, वहीं आगे भी जारी रहेगी। पड़ोसी जिलों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं है। जिले से लगने वाले सभी बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया गया है। हर एंबुलेंस की भी सघनता से जांच की जा रही है।

जिले के लोगों के स्वास्थ्य की चिंता हमारी पहली प्राथमिकता है, इसलिए फिलहाल कोई नई छूट नहीं दी जा रही है। शासन की गाइडलाइन का इंतजार है। बॉर्डर पर पूरी तरह से सख्ती बनी रहेगी। लोग सहयोग करें, उन्हें किसी प्रकार के जरूरी सामानों की कमी नहीं होने पाएगी। सभी लोग घर में रहें, सुरक्षित रहें। – के. विजयेंद्र पांडियन, जिलाधिकारी गोरखपुर।

लॉकडाउन-3 में प्रशासन की चुनौती और बढऩे वाली है। लोग छूट की उम्मीद लगाकर बैठे हैं लेकिन कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन किसी प्रकार की छूट देने के मूड में नहीं है। सबसे अधिक चुनौती आर्थिक मोर्चे पर होगी। उद्योगों को तो शुरू करा दिया गया है लेकिन यदि दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं मिली तो तैयार उत्पादों के लिए बाजार मिल पाना काफी मुश्किल है।

27 अप्रैल को पटना से पैदल चलकर गांव पहुंचे चार मजदूरों को प्राथमिक विद्यालय घटुली में क्वारंटाइन किया गया है। झंगहा थाना क्षेत्र के राजधानी गांव पहुंचे मजदूरों को ग्राम प्रधान प्रतिनिधि छत्रधारी यादव व लेखपाल नितेश गुप्ता ने क्वारंटाइन कराया। सभी बिहार के पटना में रहकर पेंट-पॉलिश का कार्य करते थे। मजदूरों ने बताया कि रास्ते में कई जगह चेक पोस्ट पर हम लोगों का स्वास्थ्य जांच हुआ, सामान्य पाए जाने पर छोड़ दिया जाता था। इसके अलावा ग्राम रिठुआखोर, बनौली, भरपही में शुक्रवार को बाहर से आए आठ लोगों को स्वास्थ्य टीम ने क्वारंटाइन किया।

गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) की ओर से लॉकडाउन के मानकों का पालन न करने पर चार औद्योगिक इकाइयों को नोटिस जारी किए जाने के बाद अन्य उद्यमियों ने सतर्कता बढ़ा दी है। जिन इकाइयों में कोताही बरती जा रही थी, वहां भी शनिवार को मानकों को लेकर सावधानी बरती गई। शुक्रवार को फैक्ट्रियों के निरीक्षण के दौरान गीडा के अधिकारियों ने मेसर्स टेक्नो फीड्स इंडिया, मेसर्स शांति पेट प्री.फार्म , मेसर्स लक्ष्मिना पैकेजिंग तथा मेसर्स साहू सिविंग मशीन कंपनी में फिजिकल डिस्टेंसिंग सहित अन्य मानकों का उल्लंघन पाया था।