पौराणिक महत्व के हंसकूप पर अवैध कब्जा:क्रियायोग आश्रम के संत योगी सत्यम पर लगा आरोप, डीएम ने जांच बैठाई

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(www.arya-tv.com)प्रयागराज के झूंसी में बने पौराणिक महत्व के हंस तीर्थक्षेत्र पर अवैध कब्जा हो रहा है। मंदिर और वटवृक्ष पर तो पहले ही अवैध कब्जा हो चुका है अब हंसकूप पर भी क्रिया योग आश्रम के संचालक योगी सत्यम पर अवैध रूप से काबिज होने का आरोप लगा है। पुराणों के अनुसार इस हंस तीर्थ क्षेत्र में ही भगवान विष्णु का 24वां अवतार हुआ था। हंस कूप पर अवैध कब्जे की शिकायत के बाद डीएम संजय खत्री ने इसकी जांच बैठा दी है।

CRO कर रहे मामले की जांच
अपने आपको भगवान हंस का सेवक कहने वाले शिवलाल ने जिलाधिकारी संजय खत्री और कमिश्नर संजय गोयल को ज्ञापन देकर शिकायत की। उन्होंने ने कहा कि झूंसी स्थित कोहना मोहल्ले में पुराणों में वर्णित हंस तीर्थ क्षेत्र है। इस तीर्थ क्षेत्र में एक भगवान हंसावतार का मंदिर, हंसकूप, संख्यावट, व शंकष्टहर माधव के पवित्र स्थल है।

इस हंस तीर्थ क्षेत्र के एक बड़े हिस्से पर क्रियायोग आश्रम के संचालक योगी सत्यम ने पहले से कब्जा कर रखा है। अभी कुछ दिन पहले CRO( चीफ रेवेन्यू ऑफिसर) ने इस प्रकरण की जांच की थी। जांच में हंसकूप क्षेत्र एकदम सुरक्षित पाया गया था। अब उसपर क्रियायोग आश्रम ने अपना कब्जा जमा लिया है। उसे चारो ओर से स्थाई रूप से बांस, बल्ली, टीनशेड लगाकर घेर दिया गया है। अब आम लोगों के हंसकूप के दर्शन-पूजन पर पूरी तरह से रोक लग गई है।

हंसकूप को कहीं नष्ट न कर दे योगी सत्यम
जिलाधिकारी संजय खत्री को 18 जुलाई 2022 को दिए ज्ञापन में शिवलाल ने कहा है कि गोवर्धनमठ पुरी शंकराचार्य ने भी हंसकूप को सुरक्षित और संरक्षित रखने की अपील की थी बावजूद इसके क्रियायोग अनुसंधान संस्थान ने 17 जुलाई 2022 को टीनशेड, बल्लियों के सहारे कनात डालकर हंसकूप को अपने कब्जे में ले लिया है।

अब यहां लोगों को हंसकूप के दर्शन और पूजन से वंचित कर दिया गया है। ऐसी आशंका है कि पुराणों, उत्तर प्रदेश के पर्यटन के नक्शे पर अंकित इस कूप को कहीं नष्ट न कर दिया जाए। इसके अस्तित्व को ही न खत्म कर दिया जाए।

कमिश्नर ने कहा- डीएम से बात करेंगे, डीएम ने कहा- सीआरओ जांच कर रहे
भगवान हंस जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, प्रयागराज की ओर से जिलाधिकारी व कमिश्नर को ज्ञापन दिया गया है। ज्ञापन में अवैध कब्जे से हंस कूप को मुक्त कराने का आदेश दिया गया है। बावजूद इसके अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हंसकूप पर योगी सत्यम द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए जाने के बाबत जब कमिश्नर संजय गोयल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण को जिलाधिकारी संजय खत्री से बात करने के बाद इसपर एक्शन लिया जाएगा। उधर, प्रयागराज के जिलाधिकारी संजय खत्री ने कहा कि इस मामले में ज्ञापन मिला है। इसकी जांच के लिए मुख्य रेवेन्यू ऑफिसर व एसडीएम फूलपुर को जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट मिल जाने के बाद इसपर कार्रवाई होगी।

योगी सत्यम ने कहा- प्रॉपर्टी पर हमारा हक
इस पूरे प्रकरण पर जब दैनिक भास्कर ने योगी सत्यम से बात करने की कोशिश की तो पहले इस प्रकरण में उन्होंने बात करने से मना कर दिया। बाद में बोले कि आप पहले अभिलेखों की जांच कर लें। जिस हंसकूप को लेकर कहानियां गढ़ी जा रही हैं उसका क्रियायोग से पुराना नाता रहा है। क्रियायोग में हंसक्रिया एक पार्ट है।

भू–अभिलेखों में भी हंसकूप क्रियायोग आश्रम के अधीन है। हमारी जमीन है अगर हम उसपर काबिज हो रहे हैं तो किसी को क्या दिक्कत है? ये सब हमें और क्रियायोग आश्रम के अच्छे कार्यों को बदनाम करने की साजिश है। इसी लिए इंडिया में कोई काम नहीं करना चाहता।