गोरखपुर: आग का गोला बनी रोडवेज बस, स्थानीय लोगों के मदद से आग पर पाया गया काबू, 42 यात्री सुरक्षित

Gorakhpur Zone

(www.arya-tv.com) गोरखपुर में राप्तीनगर डिपो की जनरथ बस बुधवार को आग का गोला बन गई। वाराणसी से गोरखपुर जा रही बस में दोपहर एक बजे बडहलगंज के पटना चौराहे पर धू-धूकर जलने लगी। बस में सवार 42 यात्रियों ने इमरजेंसी गेट से कूद कर किसी तरह अपनी जान बचाई। दमकल कर्मियों ने स्थानीय लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाया। घटना में यात्रियों के सामान जल कर राख हो गए।

राप्तीनगर डिपो की जनरथ बस नंबर यूपी 53 डीटी 8033 वाराणसी से गोरखपुर जा रही थी। बस में कुल 42 यात्री सवार थे। बस जैसे ही पटना चौराहे पर पहुंची अचानक चालक केबिन में आग लग गई। आग लगते ही चालक शैलेंद्र कुमार सिंह व परिचालक विपिन कुमार मौर्य ने इमरजेंसी गेट खोल कर यात्रियों को बस से उतारना शुरू कर दिया।

इस दौरान आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया। यात्रियों सामान छोड़कर बस से कूद कर किसी तरह अपनी जान बचाई। सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी कल्याण सिंह सागर पुलिस बल व अग्निशमन दस्ते के साथ मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। स्थानीय लोगों के प्रयास से करीब एक घंटे बाद किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका। घटना का कारण चालक केबिन में सेल्फ में शार्ट सर्किट होना बताया जा रहा है।

आजमगढ जनपद के लाटघाट में महिला यात्री निर्मला दो छोटे बच्चों व परिवार के साथ गोरखपुर के लिए बस में सवार हुईं। वे किसी शादी समारोह में शामिल होने जा रहीं थीं। बडहलगंज के पटना चौराहे पर जैसे ही बस में आग लगी अन्य यात्रियों के साथ निर्मला भी बदहवास हो गईं। उन्होंने कहा कि मानो मौत सामने खड़ी थी। घटना में 45 हजार नकद व जेवरात सहित अन्य कीमती कपड़े बस में ही रह गए जो जलकर राख हो गए।

बस में आग लगने पर वाराणसी से गोरखपुर जा रहीं रीता शर्मा भी अपना सामान छोड़ कर किसी तरह अपनी जान बचाई। बताया कि एक समारोह में जा रहीं थी। बैग में कपडे़ व जेवरात रखे थे। उन्होंने परिवहन निगम की व्यवस्था पर सवाल उठाया।

वाराणसी से गोरखपुर जा रहे मयंक त्रिपाठी घटना के समय बदहवास हो गए। बस से कूदने की आपाधापी में शरीर में कई जगह खरोंच भी आ गई। साथ ही कपड़े भी फट गए। इसी दौरान उनका पर्स भी जल गया।

रोडवेज बस में आग लगते ही हाईवे से गुजर रहे वाहनों के पहिए थम गए। करीब तीन घंटे तक हाइवे पर जाम की स्थिति रही। बस मे लगी आग पूरी तरह बुझ जाने के बाद ही आवागमन बहाल हुआ। बस में आग लगने के बाद बड़हलगंज व दोहरीघाट के तरफ वाहनों का लंबा काफिला लग गया। जिसके चलते अन्य वाहनों में सवार यात्रियों को पैदल ही गंतव्य की ओर जाना पड़ा।