राजघाट पर अंतिम संस्कार के लिए नहीं देने होंगे पैसे:गोरखपुर नगर निगम कराएगा फ्री अंत्येष्टि

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(www.arya-tv.com) गोरखपुर के राजघाट स्थित राप्ती नदी के तट पर होने वाली अंत्येष्टि रोकने के लिए नगर निगम ने बड़ी पहल की है। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने यहां एक मई से शवदाह की व्यवस्था फ्री कराने को कहा है। इसके लिए लकड़ी और गैस नगर निगम फ्री देगा। यहां लोग अपने परिजन की लकड़ी, गैसीफायर और गैस आधारित संयंत्र में अंतिम संस्कार कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें कोई अतिरिक्त शुक्ल नहीं देना होगा।

12 करोड़ से बना है अंत्येष्टि स्थल
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यहां 12 करोड़ रुपये की लागत से राजघाट पर अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कराया गया है। यहां 10 शवों का अंतिम संस्कार लकड़ी, दो का गैसीफायर और एक का गैस से करने की व्यवस्था है। गैसीफायर विधि से अन्त्येष्टि में खतरनाक गैस वायुमंडल में न फैले इसके लिए संयंत्र में व्यवस्था की गई है।

अंत्येष्टि स्थल पर अच्छी व्यवस्था होने के बाद भी ज्यादातर लोग राप्ती नदी के किनारे पहुंचकर अंतिम संस्कार करते हैं। इससे नदी तो दूषित होती ही है, अंतिम संस्कार में आने वाले लोगों को भी असुविधा का सामना करना पड़ता है।

3 क्विंटल लगती है लकड़ी
वहीं, अंतिम संस्कार में तकरीबन तीन क्विंटल लकड़ी लगती है। बायोगैसीफायर में लकड़ी की मात्रा और कम हो जाती है। गैस आधारित संयंत्र में 12 से 16 किलोग्राम लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (LPG) की आवश्यकता होती है।

नगर आयुक्त ​ने किया निरीक्षण
इसे लेकर नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने अंत्येष्टि स्थल का निरीक्षण किया। नगर आयुक्त ने कार्यदायी संस्थान ग्रीन रेवोल्यूशन फाउंडेशन के संजीव साहनी को पहले ही दिल्ली से बुलवा लिया था। नगर आयुक्त ने संयंत्र की व्यवस्था दुरुस्त करने, टूटी टाइल्स व सीढ़ियों को ठीक करने के निर्देश दिए। पानी की व्यवस्था के लिए सबमर्सिबल ठीक कराने को कहा।

नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम नागरिकों की सहूलियत के लिए कार्य करता है। नदी के तट पर अंतिम संस्कार से सबको दिक्कत है। अंत्येष्टि स्थल पर अंतिम संस्कार के लिए सभी व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। एक मई से नगर निगम लकड़ी और गैस भी देगा। 6 महीने तक यह व्यवस्था लागू रहेगी।