प्रेमिका दरवाजा पीटती रही, श्रेष्ठ ने BKT MLA आवास में लगा ली फांसी, हजरतगंज सुसाइड केस में बड़ा खुलासा

Lucknow

(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के लखनऊ में श्रेष्ठ की मौत का कारण प्रेमिका से विवाद बताया जा रहा है। प्रेमिका को उसके खतरनाक मंसूबों की भनक लग गई थी। इस कारण वह विधायक आवास तक पहुंच गई। वह बाहर खड़ी होकर आवाज लगाती रही। दरवाजा पीटती रही। लेकिन, श्रेष्ठ पर कोई असर नहीं हुआ।

बीकेटी से भारतीय जनता पार्टी के विधायक योगेश शुक्ला के फ्लैट नंबर 804 में रविवार देर रात उनके मीडिया सेल के कर्मचारी श्रेष्ठ तिवारी ने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर उसे फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मीडिया सेलकर्मी के भाई ने पुलिस को तहरीर देकर उसकी प्रेमिका को भाई की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। चिनहट के हरदासी खेड़ा निवासी श्रेष्ठ तिवारी (24) बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला के मीडिया सेल का कर्मचारी था।

डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि हजरतगंज पुलिस को रविवार रात करीब पौने एक बजे सूचना मिली कि श्रेष्ठ ने विधायक निवास स्थित बीकेटी विधायक के आवास नंबर-804 के कमरे में फांसी लगा ली है।

हजरतगंज के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार पांडे मौके पर पहुंचे और छानबीन की। वहां से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। श्रेष्ठ के मोबाइल से पता चला है कि वह खुदकुशी के दौरान इंदिरानगर निवासी मुस्कान उर्फ रिया ठाकुर से बात कर रहा था।

प्रेमिका से हुआ था विवाद

पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो सामने आया कि रविवार रात श्रेष्ठ तिवारी आवास में अकेला था। रिया से उसका किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। उसने उससे काफी देर तक बात की। बात करने के दौरान ही नाराज होकर उसने कहा कि यह उसकी आखिरी कॉल होगी। यह सुनने के बाद रिया भी आवास पर पहुंच गई।

कमरे का दरवाजा भीतर से बंद था। उसे खुलवाने के लिए रिया दरवाजा पीट रही थी, लेकिन श्रेष्ठ जवाब नहीं दे रहा था। शोर सुनकर आसपास के लोग भी आ गए और एक पड़ोसी ने मामले की जानकारी 112 नंबर पर पुलिस को दी। पुलिस पहुंची और दरवाजा तोड़ा तो भीतर कमरे में श्रेष्ठ फंदे से लटका हुआ था।

पुलिसकर्मियों ने उसे नीचे उतारकर सिविल हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हजरतगंज पुलिस ने कमरे में छानबीन की, लेकिन कोई सूइसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने श्रेष्ठ का मोबाइल कब्जे में ले लिया है।

मोबाइल से श्रेष्ठ और रिया की करीबियों के कई सबूत मिले हैं। पुलिस ने सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद श्रेष्ठ के शव को उसके परिवारीजन के हवाले कर दिया है। श्रेष्ठ के भाई सौरभ तिवारी ने पुलिस को दी तहरीर में रिया को अपने भाई की मौत का जिम्मेदार ठहराया है।

‘शाम 4 बजे जाने को कहा था’

भाजपा विधायक योगेश शुक्ला भी सिविल हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने बताया कि करीब डेढ़ साल से श्रेष्ठ उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैंडिल कर रहा था। वह बहुत जिम्मेदार लड़का था। वह मेरे छोटे भाई की तरह था।

रविवार शाम को करीब चार बजे मैंने उससे आखिरी बार बात की थी। मेरी तबीयत ठीक नहीं थी, लिहाजा मैंने उसे जाने के लिए कह दिया था। रात में मुझे जानकारी मिली कि उसने अंदर से अपने कमरे को बंद कर लिया है। उसके दोस्त कमरे के बाहर खड़े होकर दरवाजा खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं।

महिला दोस्त को किया था वीडियो कॉल

खुदकुशी करने से पहले श्रेष्ठ तिवारी ने अपनी गर्लफ्रैंड को वीडियो कॉल भी की थी। सूत्रों का कहना है कि करीबी में शक पैदा होने की वजह से दोनों के रिश्तों में खटास आ गई थी। इसी को लेकर फोन और वीडियो कॉल के जरिए उनकी कहासुनी हुई थी।

हजरतगंज पुलिस ने विधायक निवास में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले, लेकिन उसमें कुछ खास पता नहीं चला। अब पुलिस श्रेष्ठ और उसकी गर्लफ्रैंड के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है।

गांव में हुआ अंतिम संस्कार

केजीएमयू की मर्च्युरी पर सोमवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद शव श्रेष्ठ के गांव हरदासी खेड़ा ले जाया गया और वहां के श्मशान घाट पर विधि विधान से उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बीजेपी विधायक के करीबी संजय सिंह, अविनाश गिरि, अतुल शुक्ला, मोहित सिंह व रामबहादुर समेत कई लोग मौजूद रहे। श्रेष्ठ की मौत के बाद उनके परिवार में भाई सौरभ तिवारी व मां हैं। उनके पिता का देहांत हो चुका है।