पीएनसी की घोर लापरवाही से कटी गैस पाइपलाइन, आसपास के लोगों में मचा हड़कंप

Lucknow
  • हीरालाल यादव गर्ल्स डिग्री कॉलेज के सामने गैस पाइपलाइन कटने से फैली दुर्गंध गैस, बाल बाल बचे छात्रा व राहगीर
  • पीएनसी की घोर लापरवाही फिर सामने आई, बड़ा हादसा होने से टला
  • पीएनसी द्वारा खोदे जा रहे नाले के दौरान कटी गैस पाइपलाइन
  • टीएसआई ओमकार सिंह सहित स्थानीय पुलिस ने मिलकर आसपास के लोगों को हटाया

सरोजनीनगर लखनऊ । राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर थाना क्षेत्र में स्थित गौरी हीरालाल यादव गर्ल्स डिग्री कॉलेज के सामने दिन शुक्रवार को नाले की खुदाई के समय बिछी हुई गैस पाइप लाइन कट जाने से आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। चारों तरफ गैस की दुर्गंध फैलने लगी , तभी आनन फानन स्कूटर इंडिया चौराहा टीएसआई ओमकार सिंह पहुंचे और स्थानीय पुलिस को सूचना दी सरोजिनी नगर थाना प्रभारी राजदूत राम प्रजापति ने बड़ी सूझबूझ से आसपास जा रहे छात्राओं को हटाया, और चल रही ट्रैफिक को तत्काल रोक कर होने वाले हादसे से बचाया। जिससे कि कोई हादसे का शिकार न हो। मौके पर थाना प्रभारी राजदेव राम प्रजापति ने तत्काल गैस पाइप लाइन सप्लायर अधिकारियों को सूचना देकर गैस सप्लाई को बंद कराया। गैस पाइप लाइन सप्लायर संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पीएनसी एवं नेशनल हाइवे बिना सूचना दिए नाले की खुदाई कर रहे थे , यदि सूचना देकर खुदाई करते तो गैस पाइप लाइन नहीं कटती ।

वहीं स्थानीय निवासी राकेश कुमार सिंह बबलू, हरिहर सिंह चौहान एवं आसपास के लोगों ने बताया कि आय दिन पीएनसी मानकों को ताख पर रखकर लखनऊ कानपुर हाइवे का निर्माण कर रहा है, बार बार सूचना देने के बावजूद पीएनसी सुरक्षित निर्माण कार्य नहीं कर रही है। मौके पर न तो सही ट्रैफिक डाइवर्जन हो रहा है और निर्माण के दौरान हाइवे के किनारे गिट्टी एवं धूल फैली रहती है, जिस वजह से आने जाने वाले राहगीरों की दुर्घटना होती रहती और अंधाधुन निर्माण चलता रहता है। जब से हाइवे का निर्माण चल रहा है तभी से इसी तरह एक के बाद एक हादसे हो रहे है और कई लोगों की जाने जा चुकी है आज भी बड़ा हादसा हो सकता था। पीएनसी अधिकारी मनमानी तरीके से अपना कार्य कर रही है , पीएनसी को कोई मतलब नहीं कि आने जाने वाले राहगीर चोटिल हो या दुर्घटनाएं होती रहे। इससे पहले भी कई जानलेवा हादसा हो चुके । परंतु पीएनसी और नेशनल हाइव संबंधित अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता। पीएनसी क़े अधिकारी इस तरीके से क्रियाकलाप करके सरकार की मांसाओं पर पानी फेरने पर लगे हुए हैं।