गर्वित द्वारा देशभर में कन्या पूजन सम्पन्न

Lucknow

नवी मुंबई। कोपर खैरणे स्थित ग्रामीण आदिवासी रिसर्च एंड वैदिक इनोवेशन ट्रस्ट यानी गर्वित द्वारा देश के कई स्थानों पर 9 अप्रैल को आरंभ होने वाली नवरात्रि के अवसर पर 9 दिवसीय कन्या पूजन एवं भोजन समारोह का आयोजन किया गया। गर्वित के प्रधान कार्यालय में तो 9 दिवस तक कन्या पूजन और भोजन किया गया किंतु परीक्षाएं होने के कारण इस वर्ष कन्याओं की संख्या कम रही।प्रतिदिन कार्यक्रम में बच्चियों को ध्यान और मंत्र जाप भी सिखाया गया। हनुमान चालीसा व दुर्गा चालीसा के पाठ के साथ पूजा पाठ गुरु मंत्र उच्चारण इत्यादि भी कैसे करते हैं बताया गया। इसके अतिरिक्त आत्मरक्षा के लिए आवश्यक दांवपेच भी सिखाए गए।

ज्ञात हो विगत वर्ष नवरात्रि में लगभग 1000 कन्याओं का पूजन पूरे देश में आयोजित किया गया था। उड़ीसा बिहार मध्य प्रदेश कर्नाटक सहित नवी मुंबई के मुख्य कार्यालय में इनका आयोजन किया गया था।

विगत वर्ष हिमाचल प्रदेश के चामुंडा शक्तिपीठ, भरूच गुजरात के भृगु ऋषि मंदिर, ब्लेस सोसायटी बेंगलुरु, 64 योगिनी मंदिर उड़ीसा अमलनेर स्थित ध्यान केंद्र एवं मुख्य कार्यालय में नवरात्रि के अवसर पर कन्या पूजन एवं भोजन का आयोजन किया गया था।

इस वर्ष अप्रैल माह नवरात्रि में मुथ्थुमरिया मंदिर कोलार, कर्नाटक, चामुंडेश्वरी मंदिर, हिमाचल प्रदेश, महादेवेश्वर मंदिर, भरूच, गुजरात, गुना माता मंदिर, धर्मशाला, जम्मू, 64 योगिनी मंदिर, उड़ीसा, दीर्घेश्वरी मंदिर के निकट, आसाम, गर्वित मुख्य कार्यालय में कन्या पूजन संपन्न किया गया। इसके पहले गर्वित के दानदाताओं एवं देश के कल्याण हेतु पूजन भी किया गया।

यह ज्ञात हो अमलनेर, जलगांव महाराष्ट्र में यह कन्या पूजन नवरात्रि के पश्चात किन्हीं तकनीकी कारणों ही संपन्न किया जाएगा। यहां पर वारकरी संप्रदाय के प्रमुख संत सखाराम की जयंती के अवसर पर यह कार्य संपन्न हो जाएगा। अमलनेर स्थित सखाराम की समाधि को लघु पंढरपुर की उपाधि प्रदान की गई है यह माना जाता है सखाराम की समाधि के तीन बार दर्शन करने से एक पंढरपुर की यात्रा का फल प्राप्त होता है। क्योंकि अपनी भक्ति से सखाराम ने विट्ठल महाराज को अमलनेर ही बुला लिया था। कुछ संत महात्माओं के अनुसार नारायण का चक्र मई माह में पड़नीवाली अक्षय तृतीया को ध्यान द्वारा देखा भी जा सकता है।