आगरा (www.arya-tv.com) आगरा के आलू किसान के खाते से क्लोन चेक के माध्यम से 4.85 लाख रुपये निकालने वाले गिरोह तक पहुंचने के लिए पुलिस पुराना रिकार्ड भी खंगाल रही है। दो साल पहले भी आगरा में इसी तरह क्लोन चेक से लोगों के खातों से रकम निकालने वाला गिरोह पकड़ा गया था। इस गिरोह के सदस्यों ने 1.54 करोड़ रुपये लोगों के खाते से निकाले थे। हाथरस में फर्जी नाम से खाता खुलवाकर रकम निकालने वाले गिरोह के तार राजस्थान से जुड़े हैं।
रकाबगंज के आदर्श नगर निवासी आलू किसान अनिल कुमार जैन का धौलपुर हाउस की केनरा बैंक में खाता है। उनके खाते से 24 फरवरी को 4.85 लाख रुपये हाथरस की केनरा बैंक शाखा में ट्रांसफर किए गए। इसके बाद यह रकम निकाल ली गई।अनिल कुमार जैन को रकम निकालने की भनक तक नहीं लगी। चार मार्च काे उनके पास बैंक से फोन आया 4.85 लाख रुपये का भुगतान करने के बारे में पूछा गया। इसके बाद वह पांच मार्च को बैंक पहुंचे। वहां से स्टेटमेंट निकलवाने पर पता चला कि उनके खाते से क्लोन चेक द्वारा हाथरस की केनरा बैंक शाखा से 4.85 लाख रुपये निकाले गए हैं। जबकि असली चेक उनके पास मौजूद था।
शातिरों ने हाथरस शाखा में एएस सप्लायर के नाम खाता खोलकर क्लोन चेक जमा कराया था। गिरोह ने अनिल कुमार जैन के अलावा हाथरस के एक व्यक्ति को भी इसी तरह से अपना शिकार बनाया है। कमला नगर के एक व्यापारी के नाम का क्लोन चेक लगाया था। बैंक द्वारा व्यापारी को फोन करके इसकी जानकारी की गई। इसके बाद क्लोन चेक मामले का राजफाश हुआ।
इंस्पेक्टर रकाबगंज दिनेश कुमार ने बताया गिरोह के तार राजस्थान से जुड़े हैं। पुलिस गिरोह के काम करने के तरीके और उस तक पहुुंचने के लिए पुराना रिकार्ड भी खंगाल रही है। आगरा साइबर सेल ने वर्ष 2018 में ऐसे ही एक गिरोह का राजफाश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। उक्त गिरोह ने एक करोड़ 54 लाख रुपये क्लोन चेक की मदद से लोगों के खातों से निकाले थे। यह भी देखा जा रहा है कि पूर्व में पकड़े लोगों के तार तो इस गिरोह से नहीं जुड़े हैं।