पिता किसान तो भाई करते हैं मजदूरी, संसद पर हमले में पकड़े गए अमोल शिंदे ने मुंबई से किया था आखिरी बार फोन..बताई थी ये बात

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(www.arya-tv.com) संसद की सुरक्षा तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किए अमोल शिंदे ने अपने पिता को आखिरी बार मुंबई से फोन किया था। अमोल की मां केसरीबाई धनराज शिंदे के अनुसार उसने यह कदम बेरोजगारी के चलते उठाया होगा। मां ने कहा कि बेटा बेरोजगारी के चलते निराश था।

मां ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं सरकार से अनुरोध करती हूं कि उसी इच्छा पूरी की जाए और सुरक्षित वापस कर दिया जाए। मां ने बताया कि मैंने 9 दिसंबर को उससे बात की थी। इसमें उसने बताया था कि एक भर्ती के मुंबई जा रहा है।

इसके बाद उसने मुंबई पहुंचकर अपने पिता को फोन किया था। वह सेना में भर्ती होना चाहता है। इसके लिए दिल्ली जा रहा है। इसके बाद उसके संसद में सुरक्षा तोड़ने पर गिरफ्तारी की सूचना घर वालों को मिली।

भाई भी करते हैं मजदूरी

अमोल शिंदे के पिता बाबूराव शिंदे किसान हैं। शिंदे ने बताया कि उनके तीन बेटे और एक बेटी है। अमोल शिंदे अपने तीन भाई में सबसे छोटा है। अमोल का परिवार लातूर जिले के चाकुर तालुका के झरी गांव में रहता है।

परिवार का कहना है कि वह सेना या फिर पुलिस में भर्ती होना चाहता था। संसद की सुरक्षा तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किए गए अमोल शिंदे के परिवार की यही मांग है कि तरह उनका बेटा वापस मिल जाए। परिवार ने यह भी कहा कि उन्हें कुछ नहीं पता वह किसके संपर्क में आया और उसने ऐसा क्यों किया?

अमोल शिंदे ने 12वीं कक्षा के बाद ग्रेजुएशन किया है। उसकी उम्र 25 साल की है। अमोल शिंदे के पिता के साथ उसके दो भाई भी मजदूरी करते हैं। अनुसूचित जाति से आने वाले अमोल शिंदे के घर की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। अमोल का एक भाई मुंबई के पास पनवेल में रहता है,

जबकि दूसरी भाई गांव में रहता है। घटना के बाद पुलिस ने अमोल शिंदे के घर की तलाशी भी ली है। इसमें पुलिस ने जांच की है कि घर में किसी प्रकार के साहित्य या फिर किसी संगठन से जुड़े होने के दस्तावेज तो नहीं है।

कल्याण से खरीदे थे स्मोग कैन

पुलिस से जाे जानकारी सामने आई है। उसमें अमोल शिंदे ने बताया है कि उसने कल्याण की एक दुकान से पांच रंग के स्मोग कैनिस्टर्स खरीदे थे। ये स्मोग canisters उसने 1200 रुपये में खरीदे थे।

अमोल के पिता खेती के साथ मजदूरी भी करते हैं। अमोल ने हरियाणा की रहने वाली नीलम के साथ मिलकर संसद के बाहर स्माेग कैनिस्टर्स से पीले रंग का धुआं फैलाया था। एक तरफ अमोल शिंदे के परिवार की गुहार है।

कि उन्हें उनका बेटा वापस मिल जाए तो वहीं दूसरी तरफ लातूर जिले के संरक्षक मंत्री संजय बंसोडे ने पुलिस को परिवार की पृष्ठभूमि की जांच करने के आदेश दिए हैं। अभी तक की जांच में कोई अगले लिंक सामने नहीं आया है।