(www.arya-tv.com) घाटमपुर स्थित पावर प्लांट में जल्द बिजली उत्पादन शुरू होगा। यूनिट वन का काम पूरा होने के बाद सोमवार रात ब्वायलर लाइटअप टेस्ट किया गया, जो सफल रहा। अब जुलाई से यूनिट वन में बिजली बनने लगेगी। सबकुछ ठीक रहा तो जून से भी शुरुआत हो सकती है।
नेयवेली उत्तर प्रदेश पावर लिमिटेड (एनयूपीपीएल) की ओर से स्थापित किए जा रहे 1980 मेगावाट के पावर प्लांट में 660 मेगावाट की पहली यूनिट बनकर तैयार हो गई है। पहले बीते नवंबर माह में लाइटअप टेस्ट कराया जाना था। हालांकि, बीच में कई कंपनियों के काम छोड़कर जाने और अन्य कारणों से इसमें देरी हुई। अब यह टेस्ट 28 फरवरी को पूरा किया गया।
कंपनी के सीजीएम के. माथी के मुताबिक, लाइटअप टेस्ट में ब्वायलर में आग लगाई गई। इसके बाद पानी गर्म होकर भाप (स्टीम) बनी। भाप को पाइपों से गुजारा गया। इससे पता चला कि ब्वायलर या अन्य पाइपों में कोई लीकेज या ब्लाकेज नहीं है। इस दौरान सीईओ संतोष सीएस, डीजीएम, जीएम आदि मौजूद रहे। डीजीएम पंकज कुमार ने बताया, स्टीम ब्लोइंग प्रक्रिया एक महीने में पूरी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
1980 मेगावाट के प्लांट में 660 मेगावाट की पहली यूनिट बनकर तैयार है। यहां पहले सिर्फ 200 से 250 मेगावाट बिजली बनेगी। धीरे-धीरे इसे बढ़ाया जाएगा। इसके बाद 660 मेगावाट की दूसरी यूनिट और 660 मेगावाट की ही तीसरी यूनिट में भी बिजली उत्पादन का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। लाइट अप टेस्ट में ब्वायलर में आग लगाई जाती है, जिससे पानी गर्म होने पर भाप (स्टीम) को पाइपों से गुजारा गया।
प्लांट की लागत कुल 17,237 करोड़ रुपये है। 1886 एकड़ भूमि का अधिग्रहण करके बनाया जा रहा है। 2016 अक्टूबर में पावर प्लांट के निर्माण के लिए भूमिपूजन हुआ था। 60 फीसद बिजली उप्र को मिलेगी और शेष दूसरे राज्यों को दी जाएगी।