भारत बनेगा मैन्युफैक्चरिंग हब — केशव मौर्य डिप्टी सीएम

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  • अर्थव्यवस्था सशक्त करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए हैं, ऐतिहासिक कदम
  • देश के औद्योगिक विकास में आएगी तेजी
  • भारत अब एशिया में सबसे कम टैक्स दरों वाला देश हो गया है

(ARYA TV LKO)उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है देश की अर्थव्यवस्था सशक्त करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा है कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देश पर वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी ने 20 सितंबर 2019 को अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए भारत में विदेशी निवेश और देश की बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए जो महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं, उससे देश के औद्योगिक विकास में गति आएगी।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि इससे पूर्व भी मोदी सरकार 4 बार आर्थिक सुधारों की घोषणा कर चुकी है और देश की अर्थव्यवस्था को गति देने का भरपूर प्रयास किया जा चुका है ।उन्होंने कहा है कि वैश्विक मंदी के माहौल को दूर करने के लिए कारपोरेट टैक्स घटाने की वित्त मंत्री की घोषणा का उद्योग जगत से लेकर शेयर बाजार और आम आदमी ने जैसी उत्साहजनक प्रतिक्रिया व्यक्त की है ,उससे इस व्यापक असर वाले निर्णय का वैश्विक प्रभाव दिखेगा ।इस फैसले से कारपोरेट टैक्स 30 फीसदी से घटाकर 22 फीसदी कर दिया गया, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की नई कंपनियों के लिए टैक्स 25 प्रतिशत से घटा कर 15 प्रतिशत कर दिया गया, इसके अपेक्षित परिणाम आएंगे और यह निर्णय देश की अर्थव्यवस्था के लिए संजीवनी का काम करेगा शेयर बेचने पर अब ट्रांजैक्शन गेन्स टैक्स नहीं लगेगा।

श्री मौर्य ने कहा है कि भारत अब एशिया में सबसे कम टैक्स दरों वाला देश हो गया है। एफ0 डी0 आई0 और निवेश के लिए बहुत अनुकूल माहौल बना है ,अब विदेशी निवेशक भारत की ओर और अधिक आकर्षित होंगे। उन्होने कहा कि भारत मैन्यूफैक्चरिग हब बनेगा और चीन से पलायन करने वाली कंपनियां भारत में निवेश करेंगी। विशेष रुप से एप्पल जैसी आई0टी0 सेक्टर की बड़ी कंपनियां भारत की नई टैक्स दरों से आकर्षित होंगी ।उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि वास्तव में सरकार की यह घोषणायें ,दिवाली के 1 महीने पहले ही उद्योग और व्यापार जगत के लिए दिवाली लेकर आई हैं ।उन्होंने कहा कि जब हमारे उद्योग बढ़ेंगे, विदेशी निवेश बढ़ेगा, उत्पादन की लागत कम होगी और बाजार में सस्ते दामों पर उपलब्ध चीनी उत्पादों की मांग कमजोर होगी ,स्वदेशी उत्पादों की मांग बढ़ेगी तब हमारे छोटे और मझोले दुकानदारों का व्यापार भी बढ़ेगा ।टैक्स दरें कम होने से मुनाफा बढ़ेगा, उद्योगों का स्तर सुधरेगा, फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के उत्पादन बढ़ने से किसानों को उनके उत्पादन का उचित दाम मिलेगा । टैक्स दरें घटने से मुनाफा बढ़ेगा और मुनाफे की रकम का बड़ा हिस्सा बाजार की तरलता को बढ़ाएगा और बाजारों की बिक्री बढ़ेगी ,जिसका लाभ समाज के सभी वर्गों को मिलेगा और सरकार की ‘सबका साथ- सबका विकास और सबका सबका विश्वास’ की सार्थकता सिद्ध होगी।